सहरसा। आगामी विधानसभा आम निर्वाचन-2025 को लेकर जिले में चुनावी तैयारियों को और अधिक प्रभावी एवं पारदर्शी बनाने के उद्देश्य से सोमवार को एकदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह प्रशिक्षण सत्र प्रेक्षागृह सहरसा में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी दीपेश कुमार की अध्यक्षता में आयोजित हुआ। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मास्टर प्रशिक्षक (ALMT/DLMT) उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए जिलाधिकारी दीपेश कुमार ने अपने संबोधन में प्रशिक्षकों की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रिक प्रणाली की मजबूती के लिए निष्पक्ष और शांतिपूर्ण मतदान अनिवार्य है, और इसमें प्रशिक्षकों का योगदान सबसे अहम होता है। उन्होंने प्रशिक्षकों को सलाह दी कि वे प्रशिक्षण के दौरान बताए जा रहे प्रत्येक बिंदु को पूरी तल्लीनता और गंभीरता से ग्रहण करें, ताकि आगे चलकर मतदान कर्मियों को सही मार्गदर्शन दे सकें।
प्रशिक्षण सत्र में उपस्थित प्रशिक्षुओं को निर्वाचन से संबंधित विभिन्न प्रक्रियाओं की जानकारी विस्तार से दी गई। इसमें मतदान प्रक्रिया, आवश्यक प्रपत्रों की पूर्ति, पीठासीन पदाधिकारियों के कार्य एवं दायित्व, मतगणना की प्रक्रिया, माइक्रो ऑब्जर्वर की भूमिका और मतदान दल से अपेक्षित जिम्मेदारियों पर विस्तृत चर्चा की गई। साथ ही मतदान से दो दिन पूर्व और मतदान संपन्न होने के बाद किए जाने वाले कार्यों पर भी विशेष रूप से प्रकाश डाला गया।
प्रशिक्षकों को मॉक पोल की प्रक्रिया, मतदान केंद्र पर वोटिंग कंपार्टमेंट की व्यवस्था, वीवीपैट (VVPAT) में पर्चियों की गणना तथा अन्य कई तकनीकी पहलुओं की जानकारी भी दी गई। इसके अतिरिक्त प्रशिक्षकों को EVM और VVPAT का **हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग** भी प्रदान किया गया, ताकि वे स्वयं मशीनों का संचालन समझ सकें और भविष्य में किसी भी स्थिति से निपटने में सक्षम हों।
इस अवसर पर जिलाधिकारी ने यह भी कहा कि चुनाव केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया नहीं, बल्कि लोकतंत्र का महापर्व है। इसलिए हर स्तर पर कार्यरत अधिकारी और कर्मचारी की यह जिम्मेदारी है कि वे पूर्ण निष्पक्षता और पारदर्शिता के साथ अपने दायित्वों का निर्वहन करें। उन्होंने प्रशिक्षकों को प्रेरित किया कि वे निरंतर सीखने की प्रवृत्ति बनाए रखें, क्योंकि निर्वाचन प्रक्रिया में प्रत्येक चुनाव के साथ नई चुनौतियाँ और बदलाव आते रहते हैं।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला स्तर के वरीय पदाधिकारी, अपर समाहर्ता, प्रशिक्षण कोषांग के नोडल पदाधिकारी, डीसीएलआर सहरसा और उप निर्वाचन पदाधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी भी उपस्थित रहे। सभी ने संयुक्त रूप से प्रशिक्षकों को निर्वाचन कार्य में सटीकता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए दिशा-निर्देश दिए।
कार्यक्रम के समापन पर प्रशिक्षकों ने भरोसा दिलाया कि वे प्रशिक्षण से प्राप्त ज्ञान का पूर्ण उपयोग करेंगे और निर्वाचन की प्रक्रिया को सफलतापूर्वक संपन्न कराने में अपनी भूमिका निभाएंगे।