भागलपुर जिले के जगदीशपुर थाना क्षेत्र अंतर्गत ग्राम जगदीशपुर गढ़वा में शुक्रवार को एक दर्दनाक हादसा सामने आया, जिसने पूरे गांव को शोक में डूबो दिया। इस घटना में 45 वर्षीय मजदूर मिथुन शर्मा की मौत हो गई। मृतक की पहचान नकुल शर्मा के बेटे मिथुन शर्मा के रूप में की गई है। वे पेशे से बढ़ई थे और मजदूरी कर अपने परिवार का भरण-पोषण करते थे। परिवार में वे ही अकेले कमाने वाले थे।
मिली जानकारी के मुताबिक, मिथुन शर्मा गांव में पेड़ काटने का काम कर रहे थे। इसी दौरान अचानक पास में लगा एक पुराना बिजली का पोल असंतुलित होकर उनके ऊपर गिर पड़ा। पोल के गिरते ही वे गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसा इतना भयावह था कि现场 पर मौजूद लोगों में अफरा-तफरी मच गई। ग्रामीण तुरंत उन्हें उठाकर उपचार के लिए ले जाने लगे।
परिजन और गांव के लोग तुरंत उन्हें जगदीशपुर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उनकी हालत बेहद गंभीर बताई। प्राथमिक उपचार देने के बाद डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए मिथुन को मायागंज अस्पताल, भागलपुर रेफर कर दिया। परिजनों ने बिना समय गंवाए उन्हें मायागंज ले जाने की कोशिश की, लेकिन दुर्भाग्यवश रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। यह खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।
मिथुन शर्मा के परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। उनके पीछे दो छोटे-छोटे बच्चे और पत्नी है, जिनका भविष्य अब गहरी चिंता में डूब गया है। मृतक की पत्नी और परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है और हर किसी की आंखें नम हैं।
स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार, जिस बिजली के पोल के गिरने से यह घटना हुई, वह काफी समय से जर्जर हालत में था। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि अगर पोल को समय रहते ठीक कर दिया गया होता या सुरक्षित तरीके से लगाया गया होता, तो यह दर्दनाक हादसा टल सकता था। उन्होंने बिजली विभाग की गंभीर लापरवाही पर सवाल खड़े किए हैं और कहा कि विभाग अक्सर ऐसे दोषपूर्ण पोलों की शिकायतों को नजरअंदाज कर देता है।
परिजनों ने प्रशासन से आर्थिक सहायता और मुआवजे की मांग की है, ताकि परिवार और बच्चों का भविष्य सुरक्षित किया जा सके। ग्रामीणों का भी कहना है कि सरकार और विभाग को परिवार की मदद के लिए आगे आना चाहिए। वहीं पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
इस दुर्घटना ने एक बार फिर ग्रामीण इलाकों में बिजली विभाग की लापरवाही और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों की मांग है कि विभाग दोषियों पर सख्त कार्रवाई करे और गांव में लगे पुराने बिजली खंभों की तुरंत मरम्मत की जाए, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
