बिहार के कई जिलों में पिछले 24 घंटों से जारी भारी बारिश ने जनजीवन पूरी तरह से ठप कर दिया है। लगातार हो रही बारिश के चलते छपरा, गोपालगंज, सिवान, मुजफ्फरपुर और वैशाली सहित कई जिलों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। प्रशासन ने हालात को देखते हुए शनिवार को छपरा और गोपालगंज में सभी स्कूलों और आंगनवाड़ी केंद्रों को बंद रखने का आदेश दिया है।
तेज बारिश से सड़कों पर पानी भर गया है, जिससे यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। प्रमुख मार्गों, बाजारों और रिहायशी इलाकों में घुटने तक पानी जमा है। कई जगहों पर घरों के अंदर पानी घुसने से लोग घरों में ही फंसे हुए हैं। छोटे वाहन, रिक्शा और मोटरसाइकिल सड़कों पर रुक गए हैं, जबकि बस और ऑटो सेवाएं भी बाधित हैं। कई इलाकों में बिजली आपूर्ति ठप हो गई है, जिससे लोगों को और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
कृषि पर भी बारिश का गंभीर असर पड़ा है। खेतों में खड़ी धान, मक्का, गन्ना और सब्जियों की फसलें पानी में डूब गई हैं। किसानों का कहना है कि सब्ज़ियों की पूरी फसल बर्बाद हो गई है, जिससे आने वाले दिनों में बाजार में कीमतों में उछाल की संभावना है। किसान संगठनों ने सरकार से तुरंत सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग की है।
प्रशासन ने आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट पर रखा है। जलभराव वाले इलाकों में राहत और बचाव कार्य जारी है। नगर निगम की टीमें पंपिंग सेट लगाकर पानी निकालने का प्रयास कर रही हैं। जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत शिविर लगाने और आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है।
पटना मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में फिलहाल *येलो अलर्ट* जारी है। विभाग ने चेतावनी दी है कि अगले 48 घंटों तक कई जिलों में भारी बारिश, गरज-चमक के साथ बिजली गिरने और 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना है। विशेषज्ञों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी के पश्चिम-मध्य क्षेत्र में बना निम्न दबाव अब गहरे अवदाब में बदल रहा है, जिससे राज्य में नमी युक्त हवाओं का प्रभाव बढ़ गया है और बारिश की तीव्रता जारी रहने की संभावना है।
अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अनावश्यक रूप से घरों से बाहर न निकलें। गरज-चमक के समय खुले मैदानों, ऊंचे पेड़ों या बिजली के खंभों से दूर रहें। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में निवासियों को ऊंचे स्थानों पर जाने और बच्चों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।
लगातार बारिश ने जहां आम जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है, वहीं प्रशासन के सामने राहत और पुनर्वास की चुनौती भी बढ़ गई है। यदि बारिश का दौर इसी तरह जारी रहा, तो आने वाले दिनों में स्थिति और गंभीर हो सकती है। बिहार के लोग प्रशासन से त्वरित राहत, बिजली-पानी की व्यवस्था और सड़क मार्गों की सफाई की उम्मीद कर रहे हैं।
