बिहार में सियासी जमीन तलाश कर रहे प्रशांत किशोर गांव गांव घूमकर केंद्र और राज्य की महागठबंधन सरकार का नाकामी लोगों से बता रहे हैं। जन सुराज पदयात्रा पर निकले प्रशांत किशोर इन दिनों सीतामढ़ी में सभी पंचायतों में लोगों से मुलाकात कर रहे हैं। इस दौरान उन्होंने लालू और नीतीश के साथ साथ केंद्र सरकार पर जोरदार हमला बोला।
सीतामढ़ी के सुप्पी और रीगा प्रखंड के अख्ता उतरी, पूर्वी, रामनगरा, बभनगामा व ससौला आदि गांवों में रविवार को पदयात्रा के दौरान पीके ने नुक्कड़ सभाओं को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि इस बार के चुनावों में नीतीश कुमार का सूपड़ा साफ होने जा रहा है। नीतीश कुमार कहीं हैं ही नहीं, वह तो पेंडुलम की तरह लटकने के आदी हो गए हैं। नीतीश कुमार कब लालटेन और कब कमल पर लटक जाएंगे कोई ठीक नहीं है लेकिन इस बार वे अपनी कुर्सी बचा पाएंगे इसकी कोई गारंटी नहीं है।
उन्होंने कहा कि बिहार के लोग लालू के राजद के डर से बीजेपी और नरेंद्र मोदी को वोट देते हैं और भाजपा से डरकर आरजेडी को वोट देते हैं। प्रशांत किशोर कि बिहार के लोगों को लालू प्रसाद से सीख लेने की जरुरत है। लालू अपने नौवी फेल बेटे को बिहार का मुख्यमंत्री बनाना चाह रहे हैं। उन्हें अपने बेटे की चिंता है, इसलिए कोशिश में लगे हुए हैं और एक पिता का धर्म निभा रहे हैं लेकिन बिहार के लोगों को अपने बच्चों की चिंता नहीं हो रही है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि जबतक लोग अपने बच्चों के लिए स्वार्थी नहीं बनेंगे तबतक उनका कल्याण नहीं होने जा रहा है। कितने ही लोग हैं जिनके बच्चे बीए-एमए पास कर गए हैं लेकिन उन्हे चपरासी की भी नौकरी नहीं मिल रही है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे अपने बच्चों का चेहरा देखकर वोट करें तभी कोई नेता उनकी मदद करेगा, नहीं तो हालात सुधरने वाले नहीं हैं।