बिहार में मानसून कमजोर हो चुका है. इसके कारण न तो वर्षा हो रही है और न ही किसान खेतीबारी कर पा रहे हैं. धान बोआई नहीं होने से चिंतित हैं. मौसम विज्ञान केंद्र पटना की मानें तो अभी एक सप्ताह तक स्थिति कुछ ऐसी ही रहेगी. एक सप्ताह तक बारिश की कोई संभावना नहीं दिख रही है. वहीं दूसरी ओर लोग गर्मी से अलग परेशान हैं।
मौसम विभाग के अनुसार, बिहार में अच्छी बारिश के लिए अभी एक सप्ताह का इंतजार करना होगा. रविवार को कहीं-कहीं छिटपुट बारिश हुई है. बंगाल की खाड़ी में सक्रियता बढ़ने के बाद ही प्रदेश में झमाझम बारिश शुरू हो सकती है. प्रदेश में एक जून से आठ जुलाई तक औसत 252.2 मिलीमीटर वर्षा होनी चाहिए थी, परंतु इस अवधि में सिर्फ 151.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है।
मौसम विभाग द्वारा रविवार को दिन में जारी की रिपोर्ट के अनुसार 24 घंटे में प्रदेश में काफी कम वर्षा हुई है. सीतामढ़ी के बेलसंड में 8.4 मिमी, सोनवर्षा में 1 मिमी, पश्चिम चंपारण के चनपटिया में 7.2 मिमी, गौनाहा में 6.2 मिमी, पूर्वी चंपारण के मेहसी में 6.8 मिमी, लालबेगिया घाट में 6 मिमी, पताही में 2.2 मिमी, शिवहर के पिपराही में 5.6 मिमी, तरियानी में 5 मिमी, शिवहर में 4.6 मिमी, डुमरी में 3.2 मिमी, अररिया में 1 मिमी, गोपालगंज के भोरे में 0.2 मिमी वर्षा हुई है।