गोपालपुर: थाना क्षेत्र के गोपालपुर गांव से चोरी के संदेह में पकड़ा गया युवक पुलिस की गिरफ्त से हथकड़ी सहित फरार हो गया, जिससे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है। यह घटना तब घटी जब पुलिस हिरासत में रखे गए रोहित कुमार को खाना खिलाने के लिए थाने के बाहर निकाला गया था। इसी दौरान उसने मौका पाकर पुलिस को चकमा दिया और हथकड़ी सहित भाग निकला।
रोहित कुमार को बीते दिन चोरी के आरोप में गोपालपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। प्रारंभिक पूछताछ के बाद पुलिस उसे औपचारिक प्रक्रिया के तहत थाने पर रखे हुए थी। पुलिस का कहना है कि रोहित पर पहले से कोई मामला दर्ज नहीं था, केवल पूछताछ के लिए उसे बुलाया गया था। लेकिन थाना परिसर के भीतर मौजूद लापरवाही की वजह से वह आसानी से फरार हो गया।
घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। फरार युवक की तलाश में गोपालपुर थाना की टीम ने पूरे गांव और आसपास के इलाकों में सघन तलाशी अभियान चलाया। परंतु घटना के दूसरे दिन भी पुलिस उसे पकड़ने में असफल रही। थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने बताया कि युवक की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी गई है और लगातार दबिश दी जा रही है।
मामले को लेकर पुलिसकर्मियों की कार्यशैली पर सवाल उठने लगे हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि थाने की सुरक्षा व्यवस्था अगर चुस्त होती तो आरोपी हथकड़ी के साथ कभी फरार नहीं हो पाता। पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए ग्रामीणों ने कहा कि यह घटना पुलिस की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करती है।
इस घटना के बाद से ग्रामीणों में सुरक्षा को लेकर चिंता का माहौल बन गया है। लोग आशंकित हैं कि यदि आरोपी किसी आपराधिक मंशा से फरार हुआ है तो वह समाज के लिए खतरा बन सकता है। दूसरी ओर, पुलिस पर यह दबाव है कि जल्द से जल्द युवक को दोबारा गिरफ्तार किया जाए, ताकि विभाग की साख बचाई जा सके।
पुलिस ने आरोपी के संभावित ठिकानों पर निगरानी तेज कर दी है। साथ ही उसके रिश्तेदारों और जान-पहचान वालों से भी पूछताछ की जा रही है। हालांकि, युवक का अब तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।
थानाध्यक्ष मिथिलेश कुमार ने यह भी स्पष्ट किया कि फरार युवक पर अभी तक कोई पुख्ता आरोप सिद्ध नहीं हुआ था। केवल शक के आधार पर उसे पूछताछ के लिए लाया गया था। अब फरारी के कारण उस पर अलग से मामला दर्ज किया जा रहा है और जल्द ही गिरफ्तारी की उम्मीद जताई जा रही है।
इस पूरे घटनाक्रम ने पुलिस की सतर्कता और कार्यशैली पर गहरे सवाल खड़े कर दिए हैं। अब यह देखना होगा कि पुलिस कब तक फरार आरोपी को पकड़ पाती है और खुद पर लगे लापरवाही के आरोपों से कैसे उबरती है।