गोरखनाथ मंदिर मुख्य द्वार पर पीएसी जवानों पर धारदार हथियार से हमला करने वाले युवक को वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों को हमलावर ने 10 मिनट तक छकाया। हालांकि, पुलिस ने इस दौरान काफी धैर्य दिखाया और उसे दबोच लिया। इसमें दो जवानों ने दिलेरी दिखाई। इससे बड़ी घटना टल गई। हमलावर, अहमद मुर्तुजा अब्बासी पुलिसकर्मियों की पूछताछ के दौरान बार-बार एक ही बात दोहरा रहा था कि मैं चाहता हूं कि मुझे कोई गोली मार दे। यही सोचकर उसने पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया कि वे उसे गोली मार देंगे।
वहीं हमले से आसपास के इलाकों में सनसनी फैल गई। एडीजी जोन अखिल कुमार ने हर पहलू की बारीकी से छानबीन कर कठोरतम कार्रवाई की बात कही है। रविवार की देर शाम गोरखनाथ मंदिर मुख्य द्वार पर सुरक्षाकर्मी तैनात थे। तब वहां 20वीं बटालियन पीएसी के दो जवान गोपाल गौंड़ और अनिल पासवान ड्यूटी पर थे। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अहमद मुर्तुजा अब्बासी हाथ में बैग लिए गोरखनाथ मंदिर के मुख्य गेट पर पहुंचा। उसने कुर्सी पर बैठे पीएसी जवानों से धक्कामुक्की शुरू कर दी। फिर अचानक उसने बैग से कपड़े में लपेटकर रखी बांकी (धारदार हथियार) निकाली और ताबड़तोड़ प्रहार करने लगा। हमलावर ने सीधे पीएसी जवानों पर हमला बोला। इस दौरान उसने धार्मिक नारे भी लगाए। उसने धारदार हथियार से प्रहार कर गोपाल गौंड़ और अनिल पासवान को घायल कर दिया और लगातार हमले कर रहा था। यही नहीं, जिसे देखता, उसी की तरफ दौड़ पड़ता था।
वह मंदिर परिसर के अंदर जाने लगा तो वहां तैनात अन्य सुरक्षाकर्मियों ने सतर्कता दिखाई। हाथ में हथियार लिए हमलावर लोगों को डराता-धमकाता आगे बढ़ रहा था तभी यूपीपी के कांस्टेबल अनुराग राजपूत और एलआईयू में तैनात अनिल गुप्ता ने दिलेरी दिखाई। कांस्टेबल अनुराग ने सरकारी असलहा थोड़ी दूरी पर खड़े साथी को थमा दिया और बांस का टुकड़ा लेकर हमलावर की तरफ बढ़ा। हमलावर के हाथ में धारदार हथियार था लेकिन इसकी परवाह किए बगैर उस पर टूट पड़ा। उसकी मदद में एलआईयू जवान अनिल भी पहुंच गया। दोनों हमलावर पर टूट पड़े। कुछ स्थानीय लोगों ने मदद की और दोनों जवानों ने हमलावर को धर दबोचा। 10 मिनट के अंदर हमलावर पर काबू पा लिया।
एडीजी जोन अखिल कुमार ने कहा कि गोरक्षपीठ काफी प्रसिद्ध और अहम स्थान है। मुख्यमंत्री का भी आना-जाना रहता है। यहां ऐसी घटना बहुत गंभीर है। आरोपी लगातार हमले करता जा रहा था। पुलिस ने काफी धैर्य रखा। हमले के दौरान आरोपी धार्मिक नारे भी लगा रहा था। सभी पहलुओं की पड़ताल कर रहे हैं। टेरर एंगल को भी खारिज नहीं कर सकते हैं।
पुलिस ने घटनास्थल से एक बैग बरामद किया है जो अहमद मुर्तुजा अब्बासी का बताया जा रहा है। बैग से पुलिस को पैनकार्ड, दाव (धारदार हथियार), लैपटाप और एयर टिकट मिला है। पुलिस का कहना है कि बैग में मिला लैपटाप काफी महंगा है।
लखनऊ तक सनसनी
गोरखनाथ मंदिर गेट पर एक युवक द्वारा सुरक्षाकर्मियों पर हमला किए जाने की घटना से 10 मिनट के भीतर गोरखपुर से लखनऊ से सनसनी फैल गई। हमलावर को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं होने लगीं। लखनऊ से भी अधिकारी लगातार अपडेट लेते रहे।
आरोपी बोला-मैं चाहता हूं मुझे कोई गोली मार दे
गोरखनाथ मंदिर गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मियों पर हमला करने वाला अहमद मुर्तुजा अब्बासी पुलिसकर्मियों की पूछताछ के दौरान बार-बार एक ही बात दोहरा रहा था कि मैं चाहता हूं कि मुझे कोई गोली मार दे। यही सोचकर उसने पुलिसकर्मियों पर हमला भी किया कि वे उसे गोली मार देंगे।
मुर्तुजा ने पुलिसकर्मियों को पूछताछ के दौरान बताया कि वह मानसिक रूप से परेशान है। गृहकलह से तंग आ गया है। रात में उसे नींद नहीं आती है। उसने यह भी कहा कि उसकी शादी हो गई है। उसकी पत्नी उसे छोड़कर चली गई है। हालांकि, वह अपनी बातों को बदल भी दे रहा था। उधर, पुलिस अधिकारियों ने अहमद मुर्तुजा अब्बासी के माता-पिता को उनके आवास से हिरासत में ले लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि उनसे पूछताछ कर मुर्तुजा के बारे में जानकारियां जुटाई जा रही है।