कहलगांव ! गोपी कृष्ण का मिलन भगवान और भक्त का मिलन है, आत्मा से परमात्मा का मिलन है। प्रखंड के नंदलालपुर पंचायत के माधोपुर करहर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के छठे दिन रविवार को बेगूसराय के कथावाचक स्वामी नारायण दर्शन ने श्री कृष्ण का गोपियों के साथ महारास का भावपूर्ण चित्रण करते कहा कि जब गोपियों की आत्मा कृष्ण की भक्ति में लीन हो जाती हैं तो इसे ही महारास कहा जाता है। उन्होनें बताया कि शरद पूर्णिमा की रात को भगवान ने गोपियों के साथ महारास किया । श्वेत वस्त्रों व आभूषणों से अद्भुत श्रृंगार कर वे तुलसी के वृक्षों से आच्छादित वृंदावन पहुंच बांसुरी बजाते हैं । बांसुरी की राग गोपियों के कानों तक पहुंचता है । गोपियां घरों में काम-काज छोड़कर आकर्षण के वशीभूत होकर सब कुछ छोड़कर कृष्ण के पास वृंदावन में जा पहुंचती है और भगवान ने उनके साथ रास रचाते हैं । भगवान ने प्रत्येक गोपी के लिए एक स्वरुप प्रकट किया और हर एक के साथ श्री कृष्ण मौजूद थे। कथा के दौरान संगीतमय प्रस्तुति ने श्रद्धालुओं को भक्ति रस से भावविभोर होकर झूम उठे। कथा श्रवण अपने आसपास के गांव के सैकड़ों महिला-पुरुष जुट रहे हैं। पंडाल पूरा भरा हुआ था।आयोजन समिति के प्रवीण कुमार शर्मा, राहुल शर्मा विक्की शर्मा गोलू शर्मा दीपक सरवन छोटू यादव पूर्व मुखिया कन्हैया यादव व्यवस्था में लगे रहे।