पटना में रविवार की देर रात उत्पाद विभाग और बिहटा थाने की पेट्रोलिंग टीम पर ग्रामीणों ने हमला कर दिया। टीम शराब की छापेमारी करने मूसेपुर टोला गांव पहुंची थी। पुलिस ने शराब के नशे में धुत एक व्यक्ति तोता राय को हिरासत में लिया था, जिसके बाद लोगों ने स्कॉर्पियो में तोड़फोड़ की। वहीं हिरासत में लिए गए शराबी को भी पुलिस के चंगुल से छुड़ाकर फरार हो गए। इस घटना में किसी भी पुलिसकर्मी के घायल होने की पुष्टि नहीं की गई है।
हमले के बाद किसी तरह से उत्पाद और पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने भागकर अपनी जान बचाई। कई पुलिस कर्मियों के घायल होने की भी बात कही जा रही, लेकिन पुलिस की ओर से इनकार किया गया है। उधर, घटना की सूचना पर भारी संख्या में पहुंची पुलिस की दूसरी टीम ने कुछ लोगों को हिरासत में लिया है, लेकिन इसकी पुष्टि नहीं की जा रही है। घटना के बाद गांव में कैंप करते हुए छापेमारी भी की गई।
रविवार की देर रात उत्पाद विभाग ने शराब पीने और बेचने की सूचना पर मूसेपुर टोला गांव में छापेमारी करने पहुंची थी। इसी दौरान शराब पीने के मामले में तोता राय नामक एक व्यक्ति को हिरासत में लिया और थाना ले जा रही थी। उधर, तोता राय के परिजन और ग्रामीणों ने अचानक हमला कर दिया। थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि मूसेपुर में शराब बेचने और पीने की सुचना पर पहुंची उत्पाद विभाग की टीम के साथ बिहटा थाने की पुलिस की एक पेट्रोलिंग टीम को भेजा गया था। गांव में तोता राय नाम के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया गया था, उसे छुड़ाकर कुछ लोग भागे हैं। इस दौरान उत्पाद विभाग की एक स्कॉर्पियो में भी तोड़फोड़ की गई है।
पुलिस पर हमला करने वाले लोगों की गिरफ़्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है। फिलहाल पुलिस कर्मियों की घायल होने की सूचना पर पुलिस ने इनकार किया है। बता दें कि दो दिन पहले भी कोरहर मूसहरी में उत्पाद विभाग की टीम पर लोगों ने हमला किया था।
दूसरी घटना में गुलालचक गांव में शराब पकड़ने गई मद्य निषेध की टीम और ग्रामीणों के बीच रविवार की देर शाम मारपीट हो गई। रोड़ेबाजी भी की गई। मद्य निषेध सुरक्षाकर्मियों ने बचाव में तीन बार फायरिंग भी की। इस घटना में दो दर्जन से अधिक महिलाओं और पुरुषों के जख्मी होने की खबर है। हालांकि पुलिस ने इसकी पुष्टि नहीं की है।
ग्रामीणों का आरोप है कि मद्य निषेध की टीम ने क्रिकेट खेल रहे युवकों को पकड़ने जाने का विरोध करने पर महिलाओं को पीटा है। वहीं मद्य निषेध विभाग ने पिटाई और गोलीबारी से इनकार किया है। ग्रामीणों के मुताबिक देर शाम आबाकारी की टीम ने दो किसानों को खेत में काम करने के दौरान खदेड़कर पकड़ने का प्रयास किया।
दोनों किसान भागते-भागते गुलालचक गांव पहुंच गए। गांव से पूरब कुछ युवक नाइट क्रिकेट टूर्नामेंट के तैयारी के लिए प्रैक्टिस कर रहे थे। टीम मैदान में आकर पांच युवकों को बिना कारण पूछे पकड़कर गाड़ी में जबरन बैठाने लगी। इस कार्रवाई की खबर मिलते ही ग्रामीण विरोध करने लगे। ग्रामीणों का विरोध देखकर पुलिस ने तीन राउंड फायरिंग की और लाठी से महिलाओं की पिटाई कर जख्मी कर दिया।
मद्य निषेध के आबाकारी अधीक्षक अभय कुमार मिश्रा ने कहा कि बाडीचक मुसहरी से दो लोगों को शराब के साथ गिरफ्तार किया गया था, जिन्हें छुड़वाने के लिए गुलालचक के लोगों ने रोड़ेबाजी की। इसमें एक होमगार्ड सिपाही और चालक जख्मी है। गोलीबारी और महिलाओं के साथ मारपीट आरोप बेबुनियाद है। जख्मी होमगार्ड नीरज कुमार को एम्स रेफर किया गया है। अज्ञात पर केस दर्ज किया गया है।