लोक आस्था और सूर्य उपासना का महापर्व छठ पूजा का आज तीसरा दिन आज बड़ी श्रद्धा और धार्मिक उत्साह के साथ मनाया जा रहा है कल व्रतियों ने दिनभर शुद्धता और पवित्रता का ध्यान रखते हुए शाम में खरना का अनुष्ठान संपन्न किया परंपरा के अनुसार, व्रतियों ने सुबह स्नान कर गेहूं को सुखाया और संध्या समय मिट्टी के चूल्हे पर गुड़, दूध और चावल से खरना का प्रसाद तैयार किया। सूर्य देव को अर्ग अर्पित करने के बाद व्रतियों ने प्रसाद ग्रहण कर 36 घंटे के निर्जला उपवास की शुरुआत कर दी है धार्मिक मान्यता है कि खरना के बाद व्रती पूर्ण शुद्धता और भक्ति के साथ सूर्य देव और छठी मइया की आराधना में लीन हो जाते हैं। इस पावन अवसर पर पूरे क्षेत्र में आस्था, भक्ति और आध्यात्मिक वातावरण व्याप्त हो रहा है आज पहला अर्ग यानि संध्या अर्ग है पूरी दुनिया कहती है की जो उदय होता है उसका अस्त जरूर होता है लेकिन हम बिहारवासी का मानना है की जिसका अस्त होता है उसका उदय निश्चित ही होता है
अपना बिहार झारखंड पूरे परिवार की ओर से छठ महापर्व के पहले अर्ग यानि संध्या अर्ग की सभी दर्शकों को हार्दिक शुभकामनाएं सूर्य देव और छठी मैया का आशीर्वाद आपके जीवन में सुख समृद्धि और स्वास्थ्य के किरणें बिखरे जय छठी मैया
