मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रगति यात्रा की शुरुआत सोमवार को पश्चिम चंपारण के बगहा-2 प्रखंड के संतपुर सोहरिया पंचायत स्थित थारू टोला घोटवा से की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पेयजल आदि योजनाओं का जायजा लिया। स्थानीय लोगों से बातचीत की। उनकी समस्याओं को जाना और ऑन-स्पॉट फैसला भी सुनाया। मुख्यमंत्री ने लोगों को बताया कि इस प्रगति यात्रा के दौरान विकास के बचे हुए कार्यों को पूरा कराया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने लोगों से कहा कि पश्चिम चंपारण में विकास का काफी काम कराया है। फिर भी कुछ छूट गया है या कमी रही गयी है, उसे पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री यात्रा के पहले दिन बेतिया स्टेडियम को भी देखने गए। यह स्टेडियम काफी पुराना हो गया है। यहां आधुनिक सुविधाओं के साथ इसके पुनर्निर्माण की जरूरत है। जायजा लेने के बाद कहा, यहां आधुनिक सुविधाओं के साथ उच्च कोटि का स्टेडियम बनेगा। इससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर का भी खेल होगा। उन्होंने स्टेडियम जाने के क्रम में बरबत सेना से आईटीआई, सर्किट हाउस, स्टेडियम, प्रेक्षा गृह होते हुए राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय एवं अस्पताल, बेतिया तक सड़क भ्रमण किया। इसका चौड़ीकरण होगा। इससे मरीजों को अस्पताल आने-जाने में सुविधा होगी। जाम से मुक्ति मिलेगी। उन्होंने डिग्री कॉलेज खोलने, बेतिया में नया बाईपास बनाने, रूलही में पावर ग्रिड बनाने के भी निर्देश दिए।
752 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास-उद्घाटन
मुख्यमंत्री ने प. चंपारण में विभिन्न विभागों के 752 करोड़ 17 लाख की 400 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया।
इसी दौरान उन्होंने एससी-एसटी अत्याचार अधिनियम अंतर्गत पीड़ित के आश्रित को परिचारी वर्ग अंतर्गत नियुक्ति पत्र वितरित किया। कुल 67 लाभुकों को 11.46 एकड़ भूमि का बंदोबस्ती पट्टा बांटा। दो लाभुकों को अनुदानित ‘बस’ की चाबी भी प्रदान की।