प्रखंड के शाहकुंड, सजौर, पचरुखी, रामपुरडीह और दरियापुर बाजार में शनिवार को जिउतिया पर्व के नहाय-खाय की तैयारियों को लेकर भारी भीड़ देखी गई। सुबह से ही महिलाएं बड़ी संख्या में बाजारों में पहुंची और घर की जरूरतों की खरीदारी में जुट गईं। खासकर सब्जी मंडियों में महिलाओं की भीड़ ज्यादा दिखी।
पर्व को लेकर लोगों में उत्साह का माहौल रहा। परंपरा के अनुसार नहाय-खाय के दिन महिलाएं बाजार से ताजी सब्जियां और अन्य सामग्री खरीदकर व्रत की तैयारी करती हैं। इसी कारण सब्जियों की मांग में अचानक इजाफा देखने को मिला। हालांकि, इस बार सब्जियों के दाम नियंत्रित रहे। बाजार में लौकी, कद्दू, परवल, भिंडी, बैंगन, आलू समेत अधिकतर सब्जियों का भाव 60 से 80 रुपये प्रति किलो के बीच रहा।
व्यापारियों का कहना था कि इस बार सब्जियों की आवक पर्याप्त मात्रा में हुई, जिससे दामों में ज्यादा उछाल नहीं देखने को मिला। वहीं, पर्व से संबंधित अन्य सामग्री जैसे पूजन सामग्री, सूखी खाद्य वस्तुएं और घरेलू उपयोग की वस्तुएं पिछले साल की तुलना में लगभग समान कीमत पर उपलब्ध रहीं। इससे आम उपभोक्ताओं को राहत मिली।
बाजारों में रौनक इतनी थी कि सुबह से दोपहर तक खरीदारी का सिलसिला लगातार चलता रहा। दुकानदार भी ग्राहकों की भीड़ से उत्साहित दिखे। शाहकुंड और सजौर के बाजारों में तो सड़क किनारे अस्थायी दुकानों की भी कतार लग गई थी, जिससे माहौल और भी जीवंत हो गया।
कुल मिलाकर, जिउतिया पर्व के नहाय-खाय को लेकर प्रखंड के बाजारों में चहल-पहल देखने को मिली। महिलाओं की सक्रिय भागीदारी और सब्जियों की पर्याप्त उपलब्धता ने माहौल को सुखद और संतुलित बनाए रखा। यह भीड़ न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक बनी बल्कि स्थानीय व्यापार को भी गति प्रदान करने वाली साबित हुई।