पटना । ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र प्रसाद ने बिजली की नई तथा बढ़ी दर को लेकर शुक्रवार को बिहार विधानसभा में सदस्यों को आश्वस्त किया कि राज्य सरकार गांवों-गरीबों को कोई कठिनाई नहीं होने देगी। मंत्री ने कहा कि बढ़ी बिजली दर का असर गांव व गरीबों पर नहीं होगा।
कहा कि बिहार में चार सालों से बिजली की दर में बढ़ोतरी नहीं की गई है। इसकी कीमत राज्य सरकार तय नहीं करती है। तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के कार्यकाल में ही इलेक्ट्रिसिटी रेगुलेटरी कमीशन एक्ट बना था। उसके तहत बिजली की दरें तय होती हैं। इसी के अंतर्गत बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने बिजली दर पर अपना फैसला दिया है।
मालूम हो कि गुरुवार को बिहार विद्युत विनियामक आयोग ने 24.10 प्रतिशत बढ़ाने का निर्णय लिया है। इसको लेकर सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाजपा सदस्यों ने बिजली दर में हुई बढ़ोतरी के विरोध में वेल में आकर नारेबाजी तथा प्रदर्शन किया। विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने विपक्ष के सदस्यों से कहा कि आप सभी अपनी सीट पर जाएं। मैं आपको बात रखने का मौका देता हूं। इसके बाद विपक्षी सदस्य अपनी सीट पर लौट आए।
बढ़ी कीमत वापस ले सरकार भाजपा
नेता प्रतिपक्ष विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि बिजली दर में 24.10 प्रतिशत की वृद्धि की गई है, इससे राज्य की जनता पर बोझ पड़ेगा। गरीब वर्ग और व्यावसायी इस फैसले से काफी प्रभावित होंगे। साथ ही राज्य में महंगाई भी बढ़ेगी। उन्होंने मांग की कि राज्य सरकार बिजली की दर बढ़ाने के निर्णय को वापस ले। इसके बाद ऊर्जा मंत्री ने आश्वस्त किया कि बढ़ी बिजली दर का असर गांव-गरीबों पर नहीं होगा। इसके पहले भाजपा विधायकों ने विधानसभा पोर्टिको में भी बढ़ी बिजली दर के खिलाफ नारेबाजी की और प्रदर्शन किया। विधायकगण हाथों में पोस्टर लिये प्रदर्शन कर रहे थे।