**भागलपुर:** बहुप्रतीक्षित फिल्म **‘डॉक्टर बेटियां’** आज सिनेमाघरों में रिलीज हुई और दर्शकों के दिलों को छू गई। फिल्म ने माता-पिता और बेटियों के रिश्ते को इतने संवेदनशील तरीके से दिखाया कि हॉल से बाहर निकलते हुए कई दर्शकों की आँखें नम हो गईं। 

फिल्म की कहानी समाज में बेटियों की शिक्षा और उनके संघर्षों पर केंद्रित है। यह फिल्म उन सपनों को उजागर करती है, जिन्हें बेटियाँ अपने माता-पिता की उम्मीदों के साथ जोड़ती हैं और किस तरह वे हर मुश्किल को पार कर सफलता हासिल करती हैं। 



#### **दर्शकों की भावनाएँ** 
फिल्म देखने के बाद दर्शकों ने अपनी भावनाएँ साझा कीं। **आशीष मंडल** ने कहा, *”यह फिल्म पिता और बेटी के रिश्ते को इतनी खूबसूरती से दिखाती है कि आँखें नम हो जाती हैं।”* 
वहीं, **अमृत जैन** ने फिल्म के संवादों की सराहना करते हुए कहा, *”हर एक संवाद दिल को छू लेने वाला था, जैसे—‘डॉक्टर बनूंगी न बाबा’, ‘मोबाइल बुरी चीज है लेकिन तुम इससे अच्छी बातें सीख सकती हो’, और ‘अगर अस्पताल रहता तो मेरी माँ मेरे पास होती न बाबा’।”* 

#### **फिल्म निर्माण की कठिनाइयाँ और सफलता** 
फिल्म के निर्माता **बिट्टू यादव** ने बताया कि **‘डॉक्टर बेटियां’** को सीमित संसाधनों और कम बजट में तैयार किया गया, लेकिन इसे बनाने में पूरी मेहनत और लगन झोंक दी गई। उन्होंने बताया कि फिल्म को पूरा करने में एक साल का समय लगा और अब इसे दर्शकों से भरपूर प्यार मिल रहा है। 

फिल्म के लेखक-निर्देशक **सोमेश यादव** ने कहा, *”दर्शकों से उम्मीद से ज्यादा प्यार मिला है। मैं आगे भी प्रेरणादायक फिल्में बनाता रहूंगा, ताकि समाज में सकारात्मक बदलाव लाया जा सके। हर माता-पिता को यह फिल्म अपने बच्चों को दिखानी चाहिए, क्योंकि यह उनके जीवन को बदल सकती है।”* 

#### **अंतरराष्ट्रीय स्तर का संगीत और बेहतरीन सिनेमैटोग्राफी** 
फिल्म के संगीत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहा जा रहा है। ग्रीस के जाने-माने संगीतकारों ने इस फिल्म में अपनी कला का प्रदर्शन किया है। 

– **संगीत रचना:** स्टेलिओस पापाकोस्मिडिस 
– **साउंड डिजाइन:** एलेनी एंजेली, नास्टिया बागलारिडू 
– **ऑर्केस्ट्रेशन:** स्टेलिओस पापाकोस्मिडिस, पानोस टोपालिडिस 
– **मिक्सिंग और मास्टरिंग:** मेजर म्यूजिक हाउस, ग्रीस 

इसके अलावा, फिल्म की **डीआई (डिजिटल इंटरमीडिएट) हैदराबाद में की गई**, जिससे इसकी सिनेमैटोग्राफी और रंग संयोजन को बेहतरीन रूप दिया गया है। 

#### **कलाकारों का शानदार प्रदर्शन** 
फिल्म के मुख्य कलाकारों ने अपने किरदारों को जीवंत कर दिया। 

– **मुख्य कलाकार:** सोमेश यादव, काव्या चौबे 
– **सहायक कलाकार:** सुयश जैन, अनिल रमन, संतोष कुमार झा, अर्पिता चौधरी, रूपेश यादव 

#### **फिल्म का संदेश** 
‘डॉक्टर बेटियां’ केवल एक फिल्म नहीं, बल्कि **समाज को बदलने का एक प्रयास** है। यह बेटियों की शिक्षा, उनके सपनों और उनके संघर्षों की गाथा कहती है। फिल्म समाज को यह संदेश देती है कि अगर बेटियों को सही मार्गदर्शन और समर्थन मिले, तो वे किसी भी ऊँचाई को छू सकती हैं। 

भागलपुर में फिल्म को मिली शानदार प्रतिक्रिया को देखते हुए, यह स्पष्ट है कि ‘डॉक्टर बेटियां’ आने वाले समय में न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में चर्चा का विषय बनेगी।

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