शीतकालीन सत्र के दौरान सदन में सेक्स ज्ञान देने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भरी सभा में जिस तरीके से पूर्व सीएम जीतन राम मांझी को बेइज्जत किया उसको लेकर सियासत तेज हो गई है। बिहार बीजेपी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की इस करतूत की घोर निंदा की है। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा है कि नीतीश कुमार को अब मेडिकल जांच की जरुरत है और वे अब लोकतंत्र के लिए खतरा बन गए हैं।
सम्राट ने कहा है कि नीतीश कुमार के खिलाफ तो अब बोलने में भी शर्म आती है। नीतीश कुमार की हरकतों से स्पष्ट पता चलता है कि दलित समाज से आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को जिस तरह से अपमानित किया यह अत्यंत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। विधानसभा और विधान परिषद में देश की महिलाओं को अपमानित करने का का किया और उसी तरह से दलित समाज से आने वाले पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को जिस तरह से अपमानित किया उससे साफ हो गया है कि उन्हें अब मेडिकल जांच की जरुरत है।
उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार बिहार के लोकतंत्र के लिए खतरा बन गए हैं। बीजेपी बार-बार नीतीश कुमार से अपील कर रही है कि अब वे बीमार हो चुके हैं और अब आराम कीजिए। उन्होंने कहा कि बिहार के लोकतंत्र को चलाने के लिए अभी बहुत सी कठिनाईयों का सामना करना पड़ेगा। जीतन राम मांझी बिहार के पहले मुख्यमंत्री बनें जो विधायक बने, फिर उप मंत्री बनें, फिर राज्यमंत्री हुए उसके बाद कैबिनेट मंत्री हुए और तब मुख्यमंत्री बनें। बिहार में उनके जैसा कोई दूसरा व्यक्ति नहीं है। लोकतंत्र में सबसे सटिक कोई सीएम हुआ तो वह जीतन राम मांझी हुए थे।
सम्राट ने कहा कि नीतीश कुमार जिसने एक आंदोलन नहीं किया वे बीजेपी की कृपा से गद्दी पर बैठकर इतरा रहे हैं। बिहार की जनता सभी चीजों का 2024 और 2025 में हिसाब लेगी। नीतीश कुमार का खाता भी खुलने वाला नहीं है। नीतीश कुमार जब खुद को ही गदहा कह रहे हैं तो क्या कहा जा सकता है। नीतीश कुमार तो हमरे लिए गार्जियन हैं, गदहा मत बनें