भागलपुर की ऐतिहासिक चंपा नदी बदहाल स्थिति में है। इस नदी को लेकर मुहिम चला चुका है। भागलपुर के संतोष ने चिंता जाहिर करते हुए सीएम नीतीश के जनता दरबार में फरियाद लगाई है। सीएम ने इस बाबत उन्हें क्या कुछ कहा
भागलपुर : रेशमी शहर से होकर गुजरने वाली ऐतिहासिक चंपा नदी का कायाकल्प होगा। इसकी की धारा अविरल बहेगी। नदी के तटवर्ती क्षेत्र को नगर निगम ने पिछले एक दशक में कूड़े से पाट दिया है। शहर के नाले के पानी से चंपा कराह रही है। सोमवार को पटना में आयोजित मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के जनता दरबार में चंपा नदी और जैन मंदिर मार्ग में जलजमाव का मामला पहुंचा। इससे नदी के उत्थान को लेकर उम्मीद भी जगी है।
नाथनगर के संतोष श्रीवास्तव ने इन दोनों समस्याओं को जनता दरबार में दो मिनट में बेबाकी से रखा। संतोष ने बताया कि शहरी क्षेत्र के आसपास व सीमावर्ती क्षेत्र में नगर निगम कचरा गिरा डंप करता है। कूड़े के निस्तारण की व्यवस्था तक नहीं है। चंपा नदी के तब् पर निगम ने कूड़ा गिराया। जिससे नदी की चौड़ाई भी कम हो गई है। बुनकर बाहुल्य क्षेत्र में धागा रंगाई वाले कैमिकल युक्त पानी चंपा नदी मं प्रवाहित की जा रही है। जिससे जलजीव पर खतरा मंडारा रहा है। इसके भी गुम हो गई चंपा अभियान चलाया था। संतोष ने मुख्यमंत्री से कहा कि अभियान की एक प्रति सौंपी गई थी।
इसके बाद नदी में चेक डैम बनाने की योजना पर कार्य नहीं हुआ। जैन मंदिर मार्ग में जलजमाव से पर्यटन को झटका लगा है। इस कार्य में लापरवाही बरती जा रही है। मुख्यमंत्री ने संतोष को भरोसा दिया कि चंपा नदी का मामला मेरा पास आया था। उत्थान को लेकर आश्वासन दिया। इसके संतेाष को नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव आनंद किशोर के पास भेज दिया। यहां उन्हें एक माह में जैन मंदिर मार्ग में नाला निर्माण कर समस्या समाधान का आश्वासन मिला है। इस दौरान संतोष ने कहा कि अगर निदान नहीं हुआ तो न्यायालय के साथ एनजीटी में याचिका दर्ज करेंगे।