पूर्व सांसद आनंद मोहन के चक्कर में कई कर्मी फंस गए। खगडि़या सर्किट हाउस में ठहरने राजद नेताओं के साथ बैठक करने का मामले पर जिलाधिकारी ने कार्रवाई की। जांच में कई सबूत मिले। दोषी कर्मचारियों पर गाज गिरी।
खगडिय़ा। सहरसा जेल से पटना के एक कोर्ट में पेशी के दौरान पूर्व सांसद आनंद मोहन के खगडिय़ा सर्किट हाउस में ठहरने का मामला तूल पकड़ लिया है। इस मामले में पुलिस कर्मी सहित कई पर गाज गिर गई है। जेल में बंद सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन बीते दिनों खगडिय़ा के सर्किट हाउस में रुके। सर्किट हाउस में वे राजद नेताओं से मिले। उनके साथ बैठक की। सजायाफ्ता के सर्किट हाउस में ठहरने, राजद नेताओं के साथ बैठक करने का मामला जब इंटरनेट मीडिया पर आया और इसे लेकर लोग सवाल उठाने लगे, तो डीएम ने इस पर संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दिए हैं।
एडीएम राशिद आलम के नेतृत्व में गठित तीन सदस्यीय टीम की जांच के बाद मामले को सही पाते हुए डीएम ने समाहरणालय के नाजीर व सहायक नाजीर पर कार्रवाई की। वहीं सर्किट हाउस के केयर टेकर को हटा दिया गया। वहीं इस मामले में डीएम ने राजद नेताओं से भी पूछताछ करने के निर्देश दिए हैं। जानकारी के अनुसार आनंद मोहन कोर्ट में पेशी के दौरान 12 अगस्त को खगडिय़ा सर्किट हाउस में रुके थे।
सर्किट हाउस में चेतन आनंद और लवली आनंद के नाम पर तीन कमरा बुक किया गया था। सजायाफ्ता पूर्व सांसद आनंद मोहन यहां रुके। उनके साथ और लोग व सुरक्षा कर्मी भी थे। डीएम आलोक रंजन घोष के अनुसार आनंद मोहन के सर्किट हाउस में रुकने के मामले में जांच के बाद फिलहाल जो भी दोषी पाए गए उन पर कार्रवाई हुई है। अभी मामले में अन्य स्तर पर जांच जारी है। मालूम हो कि आनंद मोहन पर पटना में भी घूमने फिरने का आरोप है।
यहां बता दें कि सहरसा से पटना अदालत में जाने दौरान पूर्व सांसद आंनद मोहन खगड़िया के अतिथि गृह में 12 अगस्त को ठहरे थे। रात्रि में भी वहींं रुके थे। इसी दौरान उनकी एक तस्वीर राजद नेताओं वायरल हुई, जो खगडि़या गेस्ट हाउस की है। इंटरनेट मीडिया पर यह तस्वीर वायरल हो गया था। ADM की अगुवाई तीन सदस्य जांच कमिटी ने इसकी जांच की। डीएम को रिपोर्ट सौंप दी है।