पिछले दिनों तेजस्वी यादव ने देर रात एनएमसीएच में भी जाकर औचक निरीक्षण किया. इसी दौरान शहर में डेंगू के खराब होते हालात के बीच तेजस्वी यादव को अस्पताल की व्यवस्था में कई खामियां दिखी, जिसके बाद उन्होंने एनएमसीएच के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट विनोद कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
पटना. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बड़े तेजप्रताप यादव ने एक दिन पहले ही बिहार की चिकित्सा व्यवस्था की चर्चा करते हुये कहा था कि जब मैं बिहार का स्वास्थ्य मंत्री था दो डॉक्टरों का बुखार छुड़ा देता था. वहीं अब तेजप्रताप यादव के इस बयान के ठीक एक दिन बाद बिहार के स्वास्थ्य मंत्री और तेजप्रताप यादव के छोटे भाई तेजस्वी यादव ने अस्पताल में औचक निरीक्षण के दौरान दिखी अनियमितता के बाद एनएमसीएच अधीक्षक विनोद कुमार सिंह को निलंबित कर दिया है.
दरअसल अस्पतालों में फैली कुव्यवस्था की तस्वीर अक्सर सामने आती रहती है. कई बार अस्पतालो से चौकाने वाली तस्वीरें सामने आती है. ऐसे में स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर डिप्टी सीएम और स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव शपथ लेने के साथ ही पीएमसीएच के साथ कई अस्पतालों का देर रात औचक निरीक्षण करने निकले थे. इस निरीक्षण के दौरान तेजस्वी यादव ने डॉक्टरों को व्यवस्था दुरुस्त करने की हिदायत भी दी थी.
इसके बाद पिछले दिनों तेजस्वी यादव ने देर रात एनएमसीएच (NMCH) में भी जाकर औचक निरीक्षण किया. इसी दौरान शहर में डेंगू के खराब होते हालात के बीच तेजस्वी यादव को अस्पताल की व्यवस्था में कई खामियां दिखी, जिसके बाद तेजस्वी यादव ने शुक्रवार को ही एनएमसीएच के मेडिकल सुप्रीटेंडेंट विनोद कुमार सिंह को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया.
तेजस्वी यादव ने विनोद कुमार सिंह को स्वास्थ्य विभाग के आदेशों की अवहेलना करने, कार्य में लापरवाही और प्रशासनिक अक्षमता का आरोप लगाते हुए निलंबित किया है. बता दें, तेजस्वी यादव स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर लगातार मॉनिटरिंग कर रहे है और अधिकारियों को अलग-अलग निर्देश भी दे रहे हैं. हालांकि तेजस्वी यादव के इस निर्णय पर आईएमए ने नाराजगी जताई है.
IMA ने सीएम नीतीश को लिखा पत्र
आईएमए अध्यक्ष डॉक्टर सहजानंद सिंह ने कहा कि बिना कारण बताओ नोटिस के कैसे निलंबित किया गया. डॉक्टर विनोद सिंह जैसे कर्तव्य निष्ठ डॉक्टर को निलंबन करना गलत है. इस पूरे मामले पर शनिवार को बिहार और राष्ट्रीय आईएमए आपात बैठक करेगा. वहीं इस संबंध में सीएम नीतीश कुमार को भी पत्र लिखा गया है.