बिहार में शिक्षा विभाग इन दिनों अपने अजब गजब फरमानों को लेकर सुर्खियों में रहता है. कुछ दिन पहले छुट्टी में कटौती करने पर जमकर राजनीति हुई थी.
इसके बाद सरकार को पीछे हटना पड़ा था. वहीं, एक बार फिर शिक्षा विभाग ने छठ पर्व को लेकर दी गई छुट्टी को रद्द कर दिया है. वहीं, बच्चों को राहत दी गई है.
शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के निर्देश पर यह फैसला लिया गया है. इसको लेकर सूचना शिक्षा पदाधिकारी अपने जिला में आदेश दे रहे हैं.
इस आदेश के बाद एक बार फिर शिक्षा विभाग चर्चा में आ गया है. बता दें कि दीपावली और छठ पर्व को लेकर शिक्षा विभाग की तरफ से 13 से 21 नवंबर तक छुट्टी दी गई थी, लेकिन 8 नवंबर को एक फरमान जारी कर बताया गया था कि स्कूल के प्रधानाध्यापक और प्रभारी आएंगे. बीपीएससी द्वारा चयनित शिक्षक अपना योगदान दे रहे हैं.
इसलिए प्रधानाध्यापक और प्रभारी स्कूल आएंगे. वहीं, अब इससे संबंधित 14 नवंबर को नया फरमान जारी किया गया है.
आदेश दिया गया है कि इस दौरान सभी शिक्षक और कर्मी स्कूल आएंगे. बता दें कि 29 अगस्त को शिक्षा विभाग ने संशोधित छुट्टी की सूची जारी की थी, जिसके तहत सितंबर से दिसंबर तक पड़ने वाली 23 छुट्टियों के घटाकर 11 कर दिया गया था.
इसके बाद इस कटौती का विरोध शुरू हो गया. सरकारी स्कूलों में छुट्टियों में कटौती के भारी विरोध के बाद सरकार ने कटौती के आदेश को वापस लेना पड़ा था.
वहीं, इस विवाद पर शिक्षा विभाग का कहना था कि शिक्षा का अधिकार कानून, 2009 के तहत प्राथमिक विद्यालयों में अकादमिक वर्ष में कम-से-कम 200 दिन एवं मध्य विद्यालयों में कम-से-कम 220 दिन पढ़ाई का प्रावधान है, लेकिन घोषित एवं आकस्मिक अवकाशों के चलते ऐसा नहीं हो पा रहा है.