भागलपुर के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र में दर्ज रंगदारी और आर्म्स एक्ट से जुड़े मामले का भागलपुर पुलिस ने सफलतापूर्वक खुलासा कर दिया है। इस संबंध में सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने सुल्तानगंज में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान पूरे घटनाक्रम की जानकारी मीडिया को दी। उन्होंने बताया कि 7 दिसंबर को सुल्तानगंज के घाट रोड इलाके में रंगदारी मांगने और अवैध हथियार के इस्तेमाल से जुड़ा एक गंभीर मामला दर्ज किया गया था। घटना के दौरान पुलिस ने मौके से एक खोखा (कारतूस) भी बरामद किया था, जिससे मामला और गंभीर हो गया था।
सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने बताया कि मामले की जांच के क्रम में घाट रोड सुल्तानगंज निवासी मनोहर मंगल के पुत्र चिंटू कुमार को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने जब उससे गहन पूछताछ की तो कई अहम खुलासे हुए। पूछताछ में सामने आया कि चिंटू कुमार का संपर्क दीपक यादव और मुकेश यादव से भी रहा है। इसके साथ ही उसके तार कंभुजा से जुड़े होने की बात भी सामने आई है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि मामला सिर्फ रंगदारी तक सीमित नहीं, बल्कि एक बड़े आपराधिक नेटवर्क से जुड़ा हुआ है।
पुलिस अधिकारियों के अनुसार गिरफ्तार आरोपी चिंटू कुमार का आपराधिक इतिहास पहले से ही रहा है। वह पूर्व में भी कई आपराधिक गतिविधियों में संलिप्त पाया गया है। जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि वह अवैध हथियारों की खरीद-बिक्री के धंधे में सक्रिय रूप से शामिल रहा है। इस खुलासे के बाद पुलिस ने हथियार तस्करी से जुड़े नेटवर्क को चिन्हित कर उसकी गहराई से जांच शुरू कर दी है।
प्रेस वार्ता के दौरान सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने कहा कि पुलिस इस पूरे नेटवर्क को तोड़ने के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि चिंटू कुमार से जुड़े सभी अपराधियों को, चाहे वे रंगदारी के मामले में शामिल हों या अवैध हथियारों की तस्करी में, जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा। पुलिस किसी भी सूरत में अपराधियों को बख्शने के मूड में नहीं है।
सिटी एसपी ने बताया कि सुल्तानगंज और आसपास के इलाकों में अपराध पर पूरी तरह से लगाम लगाने के लिए सख्त और प्रभावी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस की इस कार्रवाई से जहां अपराधियों में डर का माहौल बना है, वहीं आम लोगों के बीच पुलिस के प्रति भरोसा भी लगातार बढ़ रहा है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
