श्रीपुर पंचायत, प्रतापगंज में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रतापगंज (एन, एम, ओ) के सीमा जागरण मंच संघ के तत्वावधान में आज श्रीपुर पंचायत में एक भव्य एकदिवसीय निःशुल्क चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले गरीब और जरूरतमंद लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना था, जिसमें आसपास के जिले से आए विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीम ने भाग लिया।
इस शिविर में भागलपुर से आए डॉ० अलफरोज आलम, डॉ० दिनकर, और मधेपुरा से आए डॉ० अंकुश जैसे अनुभवी चिकित्सकों ने भाग लिया। तीनों डॉक्टरों ने पूरे मनोयोग से लगभग 500 मरीजों का निःशुल्क इलाज किया और आवश्यकतानुसार दवाओं का भी वितरण किया। डॉक्टरों ने मरीजों की जांच कर उन्हें उचित सलाह दी और निःशुल्क दवाइयाँ प्रदान कीं।
डॉ० अलफरोज आलम ने अपने विचार रखते हुए कहा, “आरएसएस के माध्यम से इस प्रकार के चिकित्सा शिविर में भाग लेना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। ग्रामीण और गरीब तबके के लोग अक्सर सही समय पर सही चिकित्सा सुविधा से वंचित रह जाते हैं, ऐसे में इस तरह के शिविर उनके लिए वरदान साबित होते हैं।”
डॉ० दिनकर और डॉ० अंकुश ने भी कहा कि इस तरह की सेवा कार्यों से न केवल समाज में जागरूकता आती है बल्कि ग्रामीणों को भी स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाया जा सकता है।
शिविर में मौजूद पूर्व प्राचार्य महेश्वर गोईत जी ने कहा, “राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न सामाजिक प्रकल्पों से समाज के सभी वर्गों को लाभ मिल रहा है। इस तरह के चिकित्सा शिविर समाज के लिए अत्यंत लाभकारी और आवश्यक हैं।”
इस शिविर के आयोजन में कई सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्वयंसेवकों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। शिविर प्रभारी राहुल गोईत, शिविर व्यवस्थापक रुपेश यादव, सामाजिक कार्यकर्ता जयंत जोशी, कुमुद कड़ोगीया, डॉ० राजदेव कड़ोगिया, अमित सिंह, प्रोफेसर मन्नू झा, नारायण झा, राजू गोईत, सुशील मरिक, सुनील शर्मा सहित अनेक संघ के स्वयंसेवकों ने मिलकर शिविर को सफल बनाने में योगदान दिया।
ग्रामीणों ने इस शिविर का स्वागत करते हुए डॉक्टरों और आयोजकों के प्रति आभार व्यक्त किया। उनका कहना था कि इस तरह के आयोजन से उन्हें घर बैठे ही उचित चिकित्सा सेवा मिल रही है, जो सामान्यतः शहरों में ही संभव होती है।
इस निःशुल्क चिकित्सा शिविर ने न केवल मरीजों को राहत दी, बल्कि समाज में सेवा और समर्पण का उदाहरण भी प्रस्तुत किया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की यह पहल निश्चित ही समाज के उत्थान की दिशा में एक प्रेरणादायक कदम है।
अंततः, चिकित्सा शिविर का समापन संतोषजनक ढंग से हुआ और ग्रामीणों ने भविष्य में भी ऐसे आयोजन की कामना की।
