थाना क्षेत्र के माधोपुर बहियार में गुरुवार की शाम मवेशी चराने के विवाद में छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी
थाना क्षेत्र के माधोपुर बहियार में गुरुवार की शाम मवेशी चराने के विवाद में छात्र की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वहीं ग्रामीणों ने एक व्यक्ति की पिटाई कर दी जिसमें वह गंभीर रूप घायल हो गया। गंभीर हालत में उसे मायागंज रेफर किया गया, लेकिन मायागंज पहुंचने पर उसकी मौत हो गई।
थाना क्षेत्र के उधाडीह निवासी मृतक के चचेरे भाई अरविंद सिंह ने बताया कि श्रवण कुमार (17 वर्ष) पिता रंजीत सिंह दसवीं कक्षा का छात्र था। गुरुवार को सुल्तानगंज से कोचिंग कर घर लौटा था। रघुचक अंधार और उधाडीह के बीच माधोपुर बहियार में उसका पिता मवेशी चरा रहा था। श्रवण भी पहुंचा और अपने पिता को नाश्ता करने घर भेज दिया और खुद मवेशी चराने लगा। बताया जा रहा है कि इसी बीच रघुचक अंधार के कुछ लोग आए और मवेशी चराने का विरोध करने लगे। इसी दौरान गोली चली जो मृतक के नाक के दांयी ओर जा लगी और उसकी मौके पर मौत हो गई। इधर मौत की खबर आग की तरह फैल गई। मौके पर जुटी भीड़ ने वहां मौजूद रघुचक अंधार के पप्पू साह को पकड़कर उसकी जमकर पिटाई कर दी और उसे अधमरा कर बहियार में छोड़ भाग गए। इधर घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतक छात्र के शव को कब्जे में ले घायल पप्पू साह को उठाकर रेफरल अस्पताल पहुंचाया। जहां से उसे घायल को मायागंज रेफर कर दिया गया।
थानाध्यक्ष लाल बहादुर ने बताया कि प्रथम दृष्टया जो बात सामने आ रही है उसमें मवेशी चराने को लेकर हुए विवाद में गोली चलने से श्रवण कुमार की मौत हुई है। जबकि ग्रामीण की पिटाई से पप्पू साह घायल हुआ है। घटनास्थल असरगंज थाना क्षेत्र में पड़ने की बात सामने आ रही है, इसकी भी जांच की जा रही है। पीड़ित परिवार से आवेदन मिलने का इंतजार किया जा रहा है। पिटाई से घायल हुए युवक के परिजनों का भी आने का इंतजार किया जा रहा है।
मृतक दो भाई में सबसे बड़ा था
मृतक छात्र श्रवण कुमार अपने दो भाई में सबसे बड़ा था। तथा गांव के हीं हाई स्कूल में पढ़ाई कर रहा था। जबकि उसके पिता मवेशी पालन व मजदूरी करते हैं। बेटे का अच्छी पढ़ाई के लिए उसे प्राइवेट में भी कोचिंग के माध्यम से पढ़ाई करवा रहे थे। पिता का सपना था की पुत्र पढ़-लिख कर कुछ बन जाए।जो सपना पूरा नहीं हो सका। बेटे की मौत हो जाने से मां पूनम देवी, छोटा भाई प्रिंस कुमार एवं पिता सहित अन्य परिजनों का रोते बुरा हाल है।