भागलपुर के मुख्य बाजार क्षेत्र में अतिक्रमण की समस्या एक बार फिर गंभीर रूप लेती नजर आ रही है। नगर निगम द्वारा अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के बावजूद कुछ ही समय बाद दोबारा सड़कों और फुटपाथों पर कब्जा कर लिया जा रहा है। इससे न सिर्फ आम लोगों को आने-जाने में परेशानी हो रही है, बल्कि शहर की यातायात व्यवस्था और सौंदर्य पर भी नकारात्मक असर पड़ रहा है।
इस स्थिति को देखते हुए नगर निगम भागलपुर की अतिक्रमण शाखा लगातार अभियान चला रही है। बाजार क्षेत्रों, प्रमुख सड़कों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में नियमित रूप से कार्रवाई की जा रही है, लेकिन स्थायी समाधान अब भी नगर निगम के लिए एक बड़ी चुनौती बना हुआ है। अतिक्रमण हटते ही कुछ दुकानदार और ठेला-खोमचा संचालक फिर से पुराने हालात बहाल कर देते हैं।
इस संबंध में नगर निगम भागलपुर के अतिक्रमण शाखा प्रभारी जयप्रकाश यादव ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि नगर निगम अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभा रहा है। उन्होंने कहा कि केवल प्रशासनिक कार्रवाई से अतिक्रमण मुक्त शहर बनाना संभव नहीं है, इसके लिए आम नागरिकों का सहयोग बेहद जरूरी है।
जयप्रकाश यादव ने कहा कि दुकानदारों और आम लोगों को अपनी मानसिकता में बदलाव लाना होगा। यदि सड़कें और फुटपाथ अतिक्रमण मुक्त रहेंगे तो शहर स्वच्छ, सुंदर और व्यवस्थित दिखाई देगा। इससे न केवल ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी, बल्कि पैदल चलने वालों और वाहन चालकों को भी राहत मिलेगी।
उन्होंने आम जनता से अपील करते हुए कहा कि नगर निगम का उद्देश्य किसी को परेशान करना नहीं है, बल्कि भागलपुर शहर को बेहतर और सुव्यवस्थित बनाना है। नियमों का पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है और अतिक्रमण न करना इसी जिम्मेदारी का हिस्सा है।
साथ ही अतिक्रमण शाखा प्रभारी ने सख्त चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा कि यदि अतिक्रमण हटाने में आना-कानी की गई या बार-बार नियमों का उल्लंघन किया गया, तो संबंधित लोगों पर जुर्माना लगाया जाएगा। फाइन की राशि सख्ती से वसूली जाएगी और जरूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
नगर निगम ने साफ कर दिया है कि अतिक्रमण के खिलाफ अभियान आगे भी लगातार जारी रहेगा और किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी।
