बिहार के भागलपुर जिले में एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक दरोगा अपने सरकारी पिस्टल और कारतूस के बिना ही छापेमारी करने निकल गए, और इसी दौरान उनके घर में चोरी हो गई। चोरों ने उनके घर से सर्विस पिस्टल, 35 राउंड कारतूस, सरकारी और निजी लैपटॉप, सोने के जेवरात, और अन्य कीमती सामान लेकर फरार हो गए। इस लापरवाही को गंभीरता से लेते हुए जिले के एसएसपी हृदयकांत ने दरोगा को सस्पेंड कर दिया है और पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।

कैसे हुई चोरी की घटना?

घटना भागलपुर के औद्योगिक प्रक्षेत्र थाना क्षेत्र की है, जहां दरोगा कन्हैया कुमार किराए के मकान में रहते हैं। 2 मार्च की रात वे अपने गश्ती दल के साथ निकले थे। रात करीब 11:30 बजे उन्हें अचानक शौच की जरूरत महसूस हुई, जिसके चलते वे अपनी गश्ती टीम के साथ ही रानी तालाब स्थित कृष्ण बिहारी गली नंबर 1 में अपने किराए के मकान पर पहुंच गए।

घर पहुंचने के बाद उन्होंने अपनी सरकारी पिस्टल और 35 राउंड कारतूस को गोदरेज की अलमारी में रख दिया और वर्दी उतारकर शौचालय चले गए। इसी दौरान उन्हें थाना से जितेंद्र कुमार का फोन आया, जिसमें एक लूट की घटना में शामिल आरोपी को पकड़ने के लिए छापेमारी करने की बात कही गई। हड़बड़ी में वे बिना पिस्टल और कारतूस लिए ही छापेमारी के लिए निकल गए।

गश्त के दौरान चोरों ने उड़ा लिए कीमती सामान

इधर, जब दरोगा लूट की घटना में आरोपी की गिरफ्तारी और बरामदगी में व्यस्त थे, उसी समय चोरों ने उनके घर में धावा बोल दिया। चोरों ने दरवाजा तोड़कर घर में प्रवेश किया और गोदरेज अलमारी को तोड़कर उसमें रखा सर्विस पिस्टल, कारतूस, सरकारी लैपटॉप, निजी लैपटॉप, सोने की चेन, अंगूठी और अन्य कीमती सामान चुरा लिया।

जब दरोगा अपनी गश्ती के दौरान अपने मोहल्ले से गुजर रहे थे, तो उन्होंने अपने घर का टूटा हुआ दरवाजा देखा। जब वे अंदर गए, तो अलमारी का ताला टूटा हुआ था और सामान गायब था। चोरी का अहसास होते ही उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी और इसकी लिखित शिकायत औद्योगिक थाना में दर्ज कराई।

एसएसपी ने दरोगा को किया सस्पेंड, जांच में जुटी पुलिस

इस घटना की जानकारी मिलते ही जिले के एसएसपी हृदयकांत ने मामले को गंभीरता से लिया और दरोगा की लापरवाही मानते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया। एसएसपी के मुताबिक, एक पुलिस अधिकारी की यह जिम्मेदारी होती है कि वह अपने सरकारी हथियार की सुरक्षा सुनिश्चित करे, लेकिन दरोगा कन्हैया कुमार इस मामले में पूरी तरह लापरवाह साबित हुए।

फिलहाल पुलिस चोरों की तलाश में जुटी हुई है और आसपास के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है। पुलिस को संदेह है कि चोरी की इस घटना में किसी परिचित व्यक्ति का हाथ हो सकता है, जिसे दरोगा के शेड्यूल की जानकारी थी।

कैसे पकड़ में आएंगे चोर?

पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और जल्द ही चोरों की गिरफ्तारी की संभावना जताई जा रही है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि चोरी करने वाले चोरों को इस बात की जानकारी कैसे मिली कि दरोगा उस वक्त घर पर नहीं थे और उनकी पिस्टल व अन्य कीमती सामान कहां रखा हुआ था।

भागलपुर पुलिस इस केस को हाई-प्रोफाइल मानकर जांच कर रही है, क्योंकि इसमें एक पुलिस अधिकारी की सरकारी पिस्टल और कारतूस चोरी हुए हैं। आमतौर पर किसी पुलिसकर्मी की सर्विस पिस्टल चोरी हो जाना गंभीर मामला होता है, क्योंकि इससे कानून-व्यवस्था पर सीधा असर पड़ सकता है।

चोरी की घटना ने पुलिस महकमे में मचाई हलचल

इस घटना के बाद भागलपुर पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है। पुलिसकर्मियों को सख्त निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने सरकारी हथियारों की सुरक्षा को प्राथमिकता दें और किसी भी तरह की लापरवाही न बरतें।

इस तरह की घटनाएं पुलिस विभाग की छवि को नुकसान पहुंचा सकती हैं, इसलिए इस मामले की जांच तेज कर दी गई है। फिलहाल, पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही चोरों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और चोरी हुआ सामान बरामद कर लिया जाएगा।

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