आम तौर लड़का लड़की भागकर तब शादी करते हैं, जब दोनों के परिजनों या उनमें कोई एक के परिजन इस रिश्ते को मानने से इंकार कर देते हैं। लेकिन यहां मामला बिल्कुल उल्टा है। यहां दोनों के परिजनों ने आपस में बैठकर बात की। शादी की तारीख भी निश्चित कर दी गई। इसके बाद लड़का लड़की  का प्रेम ऐसा परवान चढ़ा कि उन्होंने घर से भागने का फैसला कर लिया और शादी कर ली। बाद में परिजनों ने भी उनकी शादी को सहमति प्रदान कर दी।

शादी तय होने के बाद हुआ प्यार

दरअसल, हुआ यह कि बैरिया के बीरा मुखिया के पुत्र विकास कुमार व पूर्वी चंपारण जिले के रामगढ़वा थाना क्षेत्र के अधकपरिया गांव निवासी विश्वनाथ मुखिया की पुत्री पूजा कुमारी की शादी दोनों परिवारों की सहमति से तय हुई थी। शादी की तिथि 11 मई माह में मुकर्रर थी। शादी तय होने के बाद लड़का- लड़की दोनों आपस में मोबाइल पर बात करने लगे। दोनों का प्यार इस कदर परवान चढ़ा की, मई तक इंतजार करना उनके लिए मुश्किल हो गया। 

कोरोना लॉकडाउन का डर

वर विकास कुमार ने बताया कि इसबीच कोरोना की रफ्तार बढऩे लगी। लगा कि लॉकडाउन भी लग जाएगा, तो इस वर्ष शादी नहीं हो पाएगी। इस वजह से दोनों ने निर्णय लिया कि भागकर शादी कर लेंगे। बीते आठ जनवरी की रात में विकास लड़की के घर पहुंच गया और उसे लेकर अपने घर आ गया। उधर,लड़की के स्वजन पूजा को घर में नहीं पाकर बेचैन हो गए। खोजबीन की तो पता चला कि वह भागकर बैरिया आ गई।

पहले से परिचित तंलगही पंचायत की मुखिया साजदा बेगम के पति रेयाज अहमद के घर लड़की के स्वजन पहुंचे। समाजसेवी रेयाज अहमद के प्रयास से दोनों परिवारों को समझाया। वहीं मुखिया ने लड़का-लड़की को बुलाया, परिजनों से बात की। जब दोनों परिवार की सहमति मिली तो अपने घर ही पंडित को बुलवाया और विवाह करा दिया।

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