बिहार में मानसून सत्र से पहले विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. जिसमें सभी दलों के नेता शामिल हुए. बैठक में मॉनसून सत्र कैसे चले इस पर चर्चा हुई. बैठक में विरोध दलों के विधायकों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उन्हें सवाल उठाने का मौका नहीं दिया जाता और जवाब ठीक से नहीं मिलता.
बिहार विधानसभा के मॉनसून सत्र के संचालन को लेकर विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. जिसमें सभी दलों के नेता शामिल हुए. बैठक में मॉनसून सत्र कैसे चले इस पर चर्चा हुई. बैठक में विरोध दलों के विधायकों ने अपनी बात रखते हुए कहा कि उन्हें सवाल उठाने का मौका नहीं दिया जाता और जवाब ठीक से नहीं मिलता. इस पर बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय सिन्हा ने गंभीरता से लेते हुए कहा कि विधायकों के सवालों के सही जवाब मिले इसकी गारंटी वे लेते हैं.
बैठक में राजद के तरफ से मुख्य सचेतक ललित यादव ने कहा कि विधानसभा में उठने वाले सभी समस्याओं का निदान होना चाहिए . सदन के अंदर सरकार के द्वारा सही सही जवाब दिया जाए. और यदि जवाब गलत दिया जाता है, तो संबंधित पदाधिकारी पर कार्रवाई होनी चाहिए. कई बार ऐसा भी देखा गया है कि जिस अधिकारी पर आरोप लगाया जाता है, उसी अधिकारी के द्वारा जवाब दिया जाता है. ये समस्या आम है और ये पहले भी होता था. ऐसी स्थिति होगी तो हंगामा के अलावा कोई उपाय नहीं है.
वहीं भाकपा नेता अजय कुमार ने कहा कि विधायकों के सवाल का सरकार के द्वारा गलत जवाब दिया जाता है. उस पर विधानसभा अध्यक्ष क्या कार्रवाई करते हैं बताना होगा. सिर्फ आश्वासन मिलता है. इससे नहीं चलेगा. इन तमाम बिंदुओं पर विधानसभा और सरकार को सोचना होगा .
बैठक में मौजूद कांग्रेस के विधायक विजय शंकर दुबे ने कहा कि सदन के अंदर विधायकों के सवालों का निपटारा हो. संसदीय प्रणाली और संसदीय पद्धति को कैसे सुदृढ़ किया जाए. हम सबों को इस पर विचार करने की जरूरत है. सर्वदलीय बैठक में विपक्ष की मांगों पर बिहार सरकार के मंत्री श्रवण कुमार ने कहा कि सदन सुचारू रूप से चलें इस पर सभी ने अपनी राय दी है. सब यह चाहते हैं कि विधानसभा की कार्यवाही शांति ढंग से चलें . साथ ही श्रवण कुमार ने कहा कि विधायकों के सवालों का सही उत्तर दिया जाए इस पर सरकार के द्वारा लगातार पहल की जाती रही है . वहीं विजय सिन्हा ने बैठक में सदन चलाने की सहमति बनने की बात कही.