भागलपुर। नगर निगम में नया भवन बनेगा। इसका डीपीआर स्मार्ट सिटी कंपनी की पीडीएमसी कंपनी तैयार करेगी। इसके लिए काम शुरू हो गया है। पिछले दो दिनों से नगर निगम कार्यालय में मापी कराने के साथ-साथ टोपोग्राफी करायी जा रही है।
दरअसल, पिछले साल जब प्रधान सचिव भागलपुर दौरे पर आए थे तो उन्होंने नगर निगम कार्यालय का भी निरीक्षण किया था।
इस दौरान उन्होंने पुराने और जर्जर भवन को तोड़कर आधुनिक सुविधाओं से लैस नया भवन बनाने का निर्देश दिया था।
उन्होंने इसका डीपीआर तैयार करने के लिए स्मार्ट सिटी कंपनी को निर्देश दिया था। बताया जा रहा है कि हाल में मुख्यालय में हुई बैठक के दौरान प्रधान सचिव ने नया भवन के लिए डीपीआर के बारे में नगर निगम के अधिकारी से जानकारी मांगी।
इसके बाद ही डीपीआर बनाने की कवायद शुरू हुई है। डीपीआर बनने के बाद मुख्यालय भेजा जाएगा। मुख्यालय से इसके लिए राशि निर्गत की जाएगी। हालांकि भवन का निर्माण नगर निगम ही करायेगा।
नगर निगम में शुरू होगी स्वास्थ्य सेवा
नगर निगम में स्वास्थ्य सेवा भी शुरू होगी। यहां मेडिकल अफसर यानी डॉक्टर तैनात किये जाएंगे।
इसके लिए जिलाधिकारी को पत्र देकर अनुरोध किया जाएगा। यह जानकारी नगर आयुक्त डॉ. योगेश कुमार सागर ने दी है।
उन्होंने बताया कि पुराने कर्मचारियों ने जानकारी दी है कि नगर निगम में पहले भी मेडिकल अफसर का पद था और यहां डॉक्टर तैनात थे। नगर निगम में काम करने वाले लगभग 1400 कर्मचारियों के लिए यह व्यवस्था की जाएगी।
ताकि कर्मचारियों को प्राथमिक स्वास्थ्य सेवा के लिए कहीं दूसरी जगह न जाना पड़े। उन्होंने बताया कि दवा आपूर्ति की पहले क्या व्यवस्था थी और मौजूदा स्थिति में क्या व्यवस्था हो सकती है, इसके बारे में पता कर लिया जाएगा।
अगर नगर विकास विभाग के प्रावधान में दवा उपलब्ध कराने की व्यवस्था होगी तो ठीक है, वरना इसके लिए जिले के स्वास्थ्य प्रशासन से भी संपर्क किया जा सकता है।
बता दें कि जिले में पुलिस, विश्वविद्यालय, बीएयू सहित कई विभागों में स्वास्थ्य सेवा की व्यवस्था है। बकायदा इन जगहों पर अस्पताल बनाये गए हैं और वहां नियमित रूप से डॉक्टर एवं स्वास्थ्यकर्मियों की तैनाती की जाती है। ऐसी ही व्यवस्था नगर निगम में होगी।
170 वेंडरों को दिया गया विभिन्न योजनाओं का लाभ
भागलपुर। नगर निगम में प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत गुरुवार से शुरू स्वनिधि से समृद्धि शिविर का आयोजन शुक्रवार को भी हुआ। इस दो दिवसीय शिविर के पहले दिन कई वेंडर पहुंचे थे। इनमें से 48 वेंडरों को वेंडिंग सर्टिफिकेट दिया गया था, जबकि दूसरे दिन 37 वेंडरों को वेंडिंग सर्टिफिकेट दिया गया। जिन वेंडरों का सर्टिफिकेट बनकर आया है, उन्हें वितरण किया गया। इस शिविर में वेंडरों को सरकार की विभिन्न योजनाओं से भी जोड़ा गया। जीवन ज्योति योजना में 7 वेंडरों का आवेदन लिया गया, जबकि सुरक्षा बीमा योजना में 8 लोगों का आवेदन लिया गया। पीएम ई श्रम योजना का लाभ 4 वेंडरों को दिया गया। इसके अलावा 8 वेंडरों ने ऋण के लिए आवेदन दिया है। 6 वेंडरों का सोसियो इकोनॉमिक प्रोफाइल किया गया। कुल 170 वेंडरों को सरकार की विभिन्न योजनाओं का लाभ दिया गया।