सर्दियों के मौसम में लोग स्वेटर और जैकेट का सहारा लेते हैं। हालांकि कई बार रात में इन्हें पहनकर सो भी जाते हैं। जो शरीर के लिए बेहद घातक होता है। एक्सपर्ट्स के मुताबिक ये आदत आगे जाकर शरीर में अन्य बीमारियों को जन्म देती है। वह कई समस्याएं उत्पन्न होती है।
बढ़ेगी ये परेशानी
दरअसल ऊनी कपड़ों में मोटा फाइबर का इस्तेमाल होता है। जिसके कारण बॉडी की गर्मी बाहर नहीं निकल पाती। इस लिए रात के समय स्वेटर पहनकर नहीं सोना चाहिए। खासतौर पर डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को इसका ध्यान रखना चाहिए।
रैशेज की समस्या
रात में स्वेटर या जैकेट पहनकर सोने से रैशेज की समस्या होने लगती है। कई लोगो कों ऊनी कपड़ों से एलर्जी होने लगी है। वहीं गर्म कपड़े ऑक्सीजन को रोक देते हैं। जिससे घबराहट होने लगती है।
बीपी लो हो सकता है
दिल के मरीजों को रात में स्वेटर पहनकर सोने से बचना चाहिए। गर्म कपड़े पहनकर सोने से बीपी लो हो सकता है। अगर ज्यादा ठंड लगती है तो कई लेयर वाले कपड़े पहन सकते हैं।