सहरसा। महिषी प्रखंड के राजकमल क्रीड़ा मैदान में तीन दिवसीय *श्री उग्रतारा सांस्कृतिक महोत्सव 2025* का शुभारंभ रविवार को पूरे धूमधाम के साथ किया गया। उद्घाटन अवसर पर जिलाधिकारी श्री दीपेश कुमार, पुलिस अधीक्षक श्री हिमांशु, जिला लोक शिकायत पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार, उप विकास आयुक्त श्री संजय कुमार निराला, नगर आयुक्त श्री प्रभात कुमार झा, अपर समाहर्ता श्री निशांत एवं श्री संजीव कुमार चौधरी समेत अन्य गणमान्य अतिथियों ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर महोत्सव का शुभारंभ किया।
इस अवसर पर सभी अतिथियों ने कहा कि यह आयोजन क्षेत्र की कला, संस्कृति और परंपराओं को सहेजने और नई पीढ़ी तक पहुँचाने की दिशा में सराहनीय कदम है। जिलाधिकारी श्री दीपेश कुमार ने अपने संबोधन में कहा कि त्रिदिवसीय इस महोत्सव में परंपरागत कार्यक्रमों के साथ-साथ आमंत्रित कलाकारों की विशेष प्रस्तुतियां भी होंगी। उग्रतारा महोत्सव का मुख्य उद्देश्य जिले की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान दिलाना और युवाओं में कला-संस्कृति के प्रति आकर्षण बढ़ाना है।
महोत्सव के पहले दिन स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत लोकगीत, नृत्य एवं नाटक ने दर्शकों का मन मोह लिया। ग्रामीण अंचल की झलक दिखाती इन प्रस्तुतियों ने जहां परंपरागत लोक संस्कृति को जीवंत किया, वहीं दर्शकों ने तालियों की गड़गड़ाहट से कलाकारों का उत्साहवर्धन किया।
हालांकि पहले दिन कार्यक्रम स्थल पर दर्शकों की भीड़ अपेक्षाकृत कम रही, लेकिन उपस्थित लोगों ने लोक संस्कृति के रंग में सराबोर होकर भरपूर आनंद उठाया। आयोजन समिति का कहना है कि आगामी दिनों में बड़ी संख्या में लोगों की भागीदारी देखने को मिलेगी।
उग्रतारा महोत्सव न सिर्फ कला और संस्कृति का मंच है, बल्कि सामाजिक एकजुटता और सामूहिक सहभागिता का भी प्रतीक है। आने वाले दो दिनों तक यहां परंपरा और आधुनिकता का संगम देखने को मिलेगा।
