बिहार के वैशाली जिले में स्थित ऐतिहासिक स्थल क्षेत्र में बने तीन होटलों से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां पुलिस ने छापेमारी कर बड़े सेक्स रैकेट का खुलासा किया है। इस कार्रवाई में लगभग 14 महिलाओं और 9 पुरुषों को आपत्तिजनक स्थिति में गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई वैशाली पुलिस अधीक्षक ललित मोहन शर्मा के निर्देश पर की गई।

पुलिस को लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि वैशाली के विश्व प्रसिद्ध विश्व शांति स्तूप के पास कुछ होटलों में देह व्यापार का अवैध धंधा चल रहा है। गुप्त सूचना के आधार पर सदर टू लालगंज एसडीपीओ गोपाल मंडल के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया। इसके बाद खरौना पोखर क्षेत्र स्थित तीन आवासीय होटलों में एक साथ छापेमारी की गई।

इस छापेमारी में पुलिस ने 14 महिलाओं और 9 पुरुषों को रंगे हाथों पकड़ा। पकड़ी गई महिलाओं में कई शादीशुदा महिलाएं भी शामिल हैं। पुलिस ने होटलों के कमरों से आपत्तिजनक सामग्री भी बरामद की है। गिरफ्तार लोगों की पहचान की जा रही है और सभी से पूछताछ की जा रही है। पुरुषों को जेल भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है, जबकि होटल संचालकों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।

एसडीपीओ गोपाल मंडल ने बताया कि यह रैकेट कई वर्षों से चल रहा था और स्थानीय होटल संचालक इसमें लिप्त थे। पुलिस को यह भी पता चला है कि इस इलाके में पहले भी कई बार निजी भवनों और होटलों से इस प्रकार के गिरोह पकड़े जा चुके हैं। पुलिस अब इस मामले की गहन जांच कर रही है, ताकि इस गिरोह के पीछे छिपे बड़े चेहरे भी बेनकाब हो सकें।

छापेमारी की इस कार्रवाई में लालगंज पुलिस अंचल निरीक्षक कृष्णानंद झा, वैशाली अंचलाधिकारी सुष्मिता आनंद, करताहां थाना अध्यक्ष कुणाल कुमार आजाद, सराय थानाध्यक्ष मनी भूषण सिंह और लालगंज थानाध्यक्ष संतोष कुमार सहित बड़ी संख्या में महिला व पुरुष पुलिसकर्मी एवं सुरक्षा बल शामिल थे। इस कार्रवाई के बाद होटल संचालकों में हड़कंप मच गया है और आसपास के इलाके में दहशत का माहौल है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि यह इलाका एक प्रमुख पर्यटन स्थल है, जहां देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। ऐसे में इस प्रकार की घटनाएं वैशाली की छवि को धूमिल कर रही हैं। लोगों ने प्रशासन से मांग की है कि इन गतिविधियों पर पूरी तरह से रोक लगाने के लिए सख्त कदम उठाए जाएं।

पुलिस का कहना है कि आगे भी इस तरह की छापेमारी जारी रहेगी ताकि जिले को इस तरह की गैरकानूनी गतिविधियों से मुक्त किया जा सके। पुलिस अब होटल संचालकों के लाइसेंस और उनके अन्य दस्तावेजों की भी जांच कर रही है। यदि होटल संचालक दोषी पाए गए, तो उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

यह मामला न केवल कानून-व्यवस्था की दृष्टि से गंभीर है, बल्कि यह पर्यटन और सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए भी एक चेतावनी है। प्रशासन को अब और सख्ती दिखाते हुए ऐसी गतिविधियों पर पूर्ण विराम लगाना होगा।

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