गंगा का जलस्तर घटने के साथ ही प्रखंड के बिरबन्ना पंचायत के तौफिल और अंठावन गांव में शनिवार से भीषण कटाव शुरू हो गया है। तौफिल और अंठावन गांव को बचाव के लिए पूर्व में किए गए कटाव निरोधी कार्य में दिया गया जिओ बैग भी गंगा में समा गया है।
तेज कटाव होने की वजह से तोफिल गांव के अस्तित्व पर खतरा मंडराने लगा है। तोफिल गांव से सटे उत्तर दिशा की ओर हो रही तेज कटाव से गांव के लोग डरे सहमें नजर आ रहे है। पंचायत के मुखिया पति संजय कुमार मंडल ने बताया कि कटाव का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि दो दिनों में पूर्व में जिओ बैग से तैयार किए गए तटबंध गंगा में समा गया और उक्त जगहों पर भीतर से ही मिट्टी का कटाव होकर तीन से चार मीटर तक की भूभाग एक बार धंस कर गंगा में समा रही है। वहीं मध्य विद्यालय अंठावन गांव के पास हो रही कटाव से विद्यालय का भवन महज 30 मीटर की दूरी ही रह गई है। अंठावन में कृषि योग्य भूमि भी कटकर गंगा में समा रही है। तोफिल गांव को बचाने के लिए मुखिया ललिता देवी, देवेंद्र कुमार, अनिल सिंह, अनिल मंडल, आदि ने तेजी से कटाव निरोधी कार्य किए जाने की मांग की है ।
इस संदर्भ में फ्लड कंट्रोल विभाग के भागलपुर, बांका के कार्यपालक अभियंता विनोद कुमार ने बताया कि कटाव की सूचना पर रविवार को सहायक अभियंता मुकेश कुमार , कनीय अभियंता विक्रम कुमार ने कटाव का निरीक्षण किया। वहीं उन्होंने बताया कि रविवार को ही कटाव स्थल पर बंबू रोल डालकर कटाव निरोधी कार्य शुरू कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि सोमवार से फ्लड फाइटिंग का काम शुरू कर दिया जाएगा।