जाति आधारित गणना में लगे कर्मचारियों की सेवा उनकी सेवानिवृत्ति के बाद भी ली जाएगी।
वे जाति गणना के लिए काम करते रहेंगे। सामान्य प्रशासन विभाग ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों को इस संबंध में आदेश जारी किया है।
राज्य में जाति आधारित गणना के द्वितीय चरण का कार्य 4 मई तक के लिये अंतरिम रूप से स्थगित किया गया था।
हाइकोर्ट के फैसले के बाद गणना का कार्य एक अगस्त से पुन शुरू हुआ है। लेकिन जिलाधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में यह सूचना मिली की जाति गणना जिस अवधि में स्थगित रही उस बीच में कई कर्मी सेवानिवृत्त हो गए हैं।
इस पर गंभीरता से विचार के बाद सामान्य प्रशासन विभाग ने उनकी सेवा स्वेच्छा से लेने का निर्णय लिया है।
अगर वे अपनी सेवा देने को तैयार नहीं हों तो उनके स्थान पर नये प्रगणक एवं पर्यवेक्षक की नियुक्ति की जा सकती है।
विभाग ने कहा है कि जाति आधारित गणना में प्रगणक और पर्यवेक्षक द्वारा गणना के प्रथम चरण में मकान का सूचीकरण कार्य और द्वितीय चरण में घर-घर जाकर प्रपत्र और ऐप के माध्यम से वांछित आंकड़े एकत्रित किये गये थे।
इसके लिये संबंधित प्रगणक और पर्यवेक्षक का मोबाइल नंबर जाति गणना के लिये पंजीकृत किये गये हैं।
हमारे न्यूज़ चैनल की शक्ति और विश्वसनीयता के साथ, हमें आपके साथ आगे बढ़ने का गर्व होगा। अगर आप अपने व्यवसाय की गरिमा बढ़ाना और एक बड़े निर्माण में भागीदार बनना चाहते हैं, तो हमारे न्यूज़ चैनल के स्पॉन्सरशिप अवसर आपके लिए उपयुक्त हैं।हमारे साथ सहयोग करके, आप अपने व्यवसाय के प्रतिष्ठा और बढ़ावा प्राप्त कर सकते हैं। हमारे विशेषज्ञ रिपोर्टर टीम नवीनतम और ताजगी की खबरों का प्रसारण करती है और हमारे दर्शकों की आंतरदृष्टि में बदलाव लाती है।
हमारी प्रमुखताओं में विश्वसनीयता, विविधता और भारतीय मान्यताओं के साथीकृत खबरें शामिल हैं। हमें गर्व होगा यदि आप हमारे साथ जुड़कर आपके व्यवसाय के विकास में मदद कर सकें।जल्दी से संपर्क करें और हमारे स्पॉन्सरशिप अवसर का लाभ उठाएं! एक प्रमुख न्यूज़ चैनल के रूप में, हम आपके साथ साझेदारी का इंतजार कर रहे हैं। संपर्क सूत्र 7903381260