गोपालपुर थाना क्षेत्र के सैदपुर गांव के निवासी एवं जनसंघ कालीन भाजपा के वरिष्ठ नेता 77 वर्षीय अवध किशोर सिंह का निधन बीमारी के कारण बीती रात भागलपुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान हो गया। उनके निधन की सूचना मिलते ही सोमवार की सुबह सैदपुर स्थित पैतृक आवास पर भाजपा नेताओं, कार्यकर्ताओं व शुभचिंतकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। सभी ने अपने प्रिय नेता को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। भाजपा कार्यकर्ताओं ने उनके पार्थिव शरीर पर भाजपा का झंडा ओढ़ाकर सम्मानित किया और उन्हें पार्टी की नींव रखने वाले स्तंभ के रूप में याद किया।
भाजपा स्थापना काल से जुड़े रहे

मिली जानकारी के अनुसार स्वर्गीय अवध किशोर सिंह भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक थे। 1980 में जब जनता पार्टी में दोहरी सदस्यता का विवाद उठा और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व में मुंबई अधिवेशन में भारतीय जनता पार्टी की स्थापना हुई, तब स्व. सिंह वहां मौजूद थे। उस ऐतिहासिक क्षण के गवाह बनने वाले कुछ चुनिंदा कार्यकर्ताओं में वे भी शामिल थे।
अविभाजित भागलपुर जिले में भाजपा संगठन को मजबूत करने में उनका योगदान अविस्मरणीय रहा। वे जिले के महामंत्री पद पर रहे। इसके अलावा दो बार भाजपा प्रदेश परिषद के सदस्य भी चुने गए। संगठनात्मक क्षमता के कारण उन्हें गोपालपुर मंडल भाजपा अध्यक्ष का दायित्व तीन बार सौंपा गया। साथ ही नवगछिया भाजपा जिला के कार्यकारी अध्यक्ष के रूप में भी उन्होंने पार्टी की रीढ़ मजबूत की।
परिवार और सामाजिक योगदान

स्व. सिंह अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं। उनके ज्येष्ठ पुत्र साकेत बिहारी वर्तमान में गोपालपुर प्रखंड के बीस सूत्री अध्यक्ष हैं, जबकि पुत्रवधू प्रखंड प्रमुख के पद पर कार्यरत हैं। दूसरा पुत्र निकेत बिहारी जदयू के सक्रिय नेता और विधायक प्रतिनिधि के रूप में अपनी पहचान रखते हैं। इस प्रकार उनका परिवार भी सामाजिक और राजनीतिक क्षेत्र में सक्रिय भूमिका निभा रहा है।
श्रद्धांजलि और अंतिम यात्रा
अवध किशोर सिंह के निधन की खबर से क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। मौके पर भाजपा मंडल अध्यक्ष रंजीत झा, वरिष्ठ नेता नितेन्द्र सिंह उर्फ गुलाब जी, निलेश सिंह, बासुकी मंडल सहित बड़ी संख्या में भाजपा कार्यकर्ता मौजूद रहे। वहीं, विधायक नरेन्द्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल और अधिवक्ता मुकेश कुमार ने पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
गोसाईंगांव पंचायत के मुखिया अमित चौधरी उर्फ धप्पू दा समेत विभिन्न पंचायतों के जनप्रतिनिधि और गणमान्य नागरिक भी श्रद्धांजलि सभा में शामिल हुए। सभी ने कहा कि स्वर्गीय सिंह का जीवन संगठन और समाज सेवा के लिए समर्पित रहा। उनकी कमी लंबे समय तक पूरी नहीं हो सकेगी।
उनकी अंतिम यात्रा में भारी संख्या में लोग शामिल हुए। राजकीय सम्मान के साथ तिनटंगा जहाज घाट पर उनका अंतिम संस्कार किया गया।
क्षेत्र में गहरा शोक

अवध किशोर सिंह का जाना न केवल भाजपा संगठन के लिए, बल्कि पूरे क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। जनसंघ काल से लेकर भाजपा के सशक्त संगठन तक उनकी सक्रिय भागीदारी ने उन्हें जनता के बीच सम्मान और विश्वास दिलाया। भाजपा कार्यकर्ताओं ने संकल्प लिया कि वे उनके आदर्शों और संगठन को मजबूत करने की दिशा में आगे बढ़ते रहेंगे।
इस प्रकार, वरिष्ठ भाजपा नेता अवध किशोर सिंह का निधन एक युग का अंत माना जा रहा है। उनकी स्मृति और योगदान आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।
