बिहार के स्कूलों से प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान होगी। ऐसी खेल प्रतिभाओं को चिह्नित कर उन्हें बेहतर प्रशिक्षण दिया जाएगा। ताकि, राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं में बिहार के खिलाड़ी पदक प्राप्त कर राज्य का परचम लहरा सकें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को विश्व की सबसे बड़ी खेल प्रतिभा खोज प्रतियोगिता ‘बिहार खेल प्रतिभा खोज’ का मशाल जलाकर शुभारंभ किया। जल्द ही प्रखंड, जिला, प्रमंडल और राज्य स्तर पर खेल प्रतियोगिता आयोजित कर खिलाड़ियों के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी। इसमें 14 और 16 वर्ष से कम आयु वर्ग श्रेणी में बालक और बालिका दोनों के लिए प्रतियोगिताएं आयोजित की जाएंगी।
पाटलिपुत्र खेल परिसर, कंकड़बाग के इंडोर स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बिहार खेल छात्रवृत्ति योजना के अंतर्गत बेहतर प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए पांच उत्कृष्ट खिलाड़ियों को 20-20 लाख रुपये सलाना की छात्रवृत्ति प्रदान की। खिलाड़ियों के बीच सीएम ने खेल किट का भी वितरण किया। इस प्रतियोगिता का उद्देश्य प्रतिभावान खिलाड़ियों की पहचान कर उन्हें बेहतर प्रशिक्षण और संसाधनों के द्वारा राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर का खिलाड़ी बनाना है। ताकि, वर्ष 2032 और वर्ष 2036 में होने वाले ओलंपिक गेम्स में देश के लिए पदक जीत सकें।