भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने नीतीश कुमार का स्वागत किया है। सम्राट ने कहा है की अच्छी बात है कि नीतीश कुमार पहली बार भाजपा नेता के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। वहीं, नीतीश कुमार ने यह निर्णय लिया है कि वो आज कैथल में होने वाले इनेलो के कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे बल्कि पंडित दीन दयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर होने वाले कार्यक्रम में शिरकत करेंगे।

दरअसल, बिहार के सीएम नीतीश कुमार आज पंडित दीनदयाल उपाध्याय के कार्यक्रम में शामिल हो रहे हैं। जबकि नीतीश कुमार ने आज कैथल में होने वाले इनेलो के कार्यक्रम में कार्यक्रम में शामिल नहीं होने का फैसला किया है। अब किसी को लेकर जब सम्राट चौधरी से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि -अच्छी बात है यदि भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जी के कार्यों से प्रेरित होकर पहली बार जा रहे हैं तो यह काफी अच्छी बात है।

वहीं, नीतीश कुमार का कैथल में होने वाले इनेलो के कार्यक्रम में नहीं जाना और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती समारोह में जाने का फैसला को गहरी सियासत से जोड़कर देखा जा रहा है और इसके कई मायने निकाले जा रहे हैं। कुछ लोगों का कहना है कि नीतीश कुमार एक बार फिर से भाजपा के साथ जा सकते हैं।

इधर, नीतीश के इस कदम पर जेडीयू की प्रतिक्रिया भी आई है.जेडीयू प्रवक्ता नीरज कुमार ने कहा कि- नीतीश कुमार पुरखों का सम्मान करते हैं। इसलिए यह निर्णय लिया है। सबसे बड़ी बात है कि नीतीश कुमार ने आज कैबिनेट की बैठक भी बुलाई है, जबकि बिहार में आमतौर पर कैबिनेट की बैठक मंगलवार को होती है. इससे पहले नीतीश कुमार कल जेडीयू दफ्तर पहुंचे थे जहां उनको कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी और फिर यहां से वह राबड़ी देवी के आवास चले गए थे।

आपको बता दें कि, पंडित दीनदयाल उपाध्याय सन 1953 से 1968 तक भारतीय जनसंघ के नेता रहे थे। भाजपा की स्थापना के समय से ही वह इसके वैचारिक मार्गदर्शक और नैतिक प्रेरणा-स्रोत रहे हैं। उनकी जयंती पर बीजेपी हर साल बड़े स्तर पर कार्यक्रमों का आयोजन करती रही है। बीजेपी शासित राज्यों में पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर कई योजनाएं संचालित होती हैं।

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