सहरसा की डॉ. रोहिणी ने मिसेज बिहार 2023 का खिताब अपने नाम किया है। दूसरे स्थान पर स्वर्णा और तीसरे स्थान पर शिखा सिंह विजेता रहीं। मिसेज बिहार 2023 का ग्रैंड फिनाले द औरम पाटलिपुत्र में शनिवार को आयोजित किया गया था। कार्यक्रम का उद्घाटन आईपीएस विकास वैभव, प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी और आयोजक प्रवीण सिन्हा ने किया।

दो बार आयोजित हुआ था ऑडिशन

ओशियन इंटरटेनमेंट द्वारा आयोजित मिसेज बिहार 2023 (सौंदर्य स्पर्धा) का ऑडिशन 2 बार आयोजित हुआ था। इसमें 300 महिलाओं ने आवेदन दिया, लेकिन महज 14 महिलाएं फाइनल राउंड तक पहुंची। इसमें सहरसा की डॉ रोहिणी, पटना से सोनिया गुप्ता, शिखा सिंह, कुसुम, लता कुमारी, बैंक कर्मचारी अणिमा रानी, स्वर्ण, सूची कुमारी, रमामणि स्वाति प्रिया, रूपा कुमारी, सोमिका, मुजफ्फरपुर से मधु सिंह, पिंकी रंजन, सोनिया गुप्ता और शिवन्या शामिल थीं।

विजयी होने के लिए फाइनलिस्टों को अलग-अलग चार राउंड से गुजरना पड़ा। रेट्रो, कॉकटेल, इंडियन और प्रश्न -उत्तर राउंड से होते हुए सभी प्रतिभागियों ने अपने बेहतरीन आईक्यू का परिचय दिया। आत्मविश्वास से लबालब तमाम फाइनलिस्ट ने बेहतरीन परफॉर्म किया। तमाम फाइनलिस्ट महिलाओं ने बॉलीवुड सेलिब्रिटीज और सैकड़ों दर्शकों के सामने रैंप वॉक किया।

अलग-अलग राउंड में महिलाओं ने अपनी भावनाओं को साझा किया, जिसमें प्रतिभागियों के उत्साह और कौशल ने सभी को हैरान कर दिया। जूरी मेंबर में मिसेज इंडिया मोनिका मनी, प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी, फिल्म निर्माता फरीद मलिक और अमित कुमार थे।

इस वर्ष का आयोजन स्टॉप वायलेंस अगेंस्ट वीमेन के थीम पर था। ओशियन एंटरटेनमेंट के एमडी प्रवीण सिन्हा ने बताया कि इस कॉन्टेस्ट के विनर को बिहार भर में नारी के उत्थान के लिए एक ब्रांड एंबेसडर के रूप में विभिन्न गतिविधियों में शामिल किया जाएगा। गांव, समाज में सेनेटरी पैड वितरण और इस विषय में गांव-गांव जाकर महिलाओं को जागरूक करने का लक्ष्य है।

यह कदम महिला सशक्तिकरण की तरफ उठाया जाने वाला एक बड़ा कदम होगा। इसकी शुरुआत पटना के अथमल गोला से की गई है। अथमल गोला प्रखंड के गांवों में ग्रामीण महिलाओं के बीच सेनेटरी पैड का वितरण और अवेयरनेस कार्यक्रम की चलाया जा चुका है।

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