जिला शिक्षा कार्यालय सहरसा में शुक्रवार को एक विशेष अवसर देखने को मिला, जब जिलाधिकारी **श्री दीपेश कुमार** ने अनुकंपा के आधार पर नियुक्त किए गए **19 व्यक्तियों को लिपिक पद पर नियुक्ति पत्र** प्रदान किया। ये सभी वे लोग हैं जिनके परिवार के सदस्य शिक्षा कार्यालय या सरकारी विद्यालयों में कार्यरत थे और जिनका असामयिक निधन सेवाकाल के दौरान हो गया था।

 

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने नियुक्ति प्राप्त करने वाले सभी व्यक्तियों को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह नियुक्ति न केवल दिवंगत कर्मियों के परिवार के लिए संबल है, बल्कि विभाग के सुचारू संचालन के लिए भी अहम योगदान साबित होगी। उन्होंने कहा कि प्रत्येक कर्मचारी को लगन और निष्ठा से कार्य करना चाहिए ताकि शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली और भी पारदर्शी एवं प्रभावी बन सके।

 

कार्यक्रम के दौरान **जिला शिक्षा पदाधिकारी, अपर समाहर्ता सहित कई अन्य पदाधिकारीगण** मौजूद थे। जिलाधिकारी ने नियुक्त कर्मियों को यह भी सलाह दी कि वे विभाग की जिम्मेदारियों को समझते हुए पूर्ण समर्पण के साथ कार्य करें। उन्होंने कहा कि दिवंगत कर्मियों के अधूरे कार्यों को उनके परिजन अब पूरी ईमानदारी से आगे बढ़ाएं।

 

नियुक्ति पत्र पाकर लाभार्थियों के परिवारजनों के चेहरे पर संतोष और खुशी साफ झलक रही थी। कई लाभार्थियों ने बताया कि परिवार के मुखिया के असामयिक निधन के बाद आर्थिक संकट गहरा गया था। ऐसे में यह नियुक्ति उनके जीवन को नई दिशा देने का काम करेगी। ग्रामीण पृष्ठभूमि से आने वाले कई लोगों ने इसे अपने बच्चों की शिक्षा और परिवार के भरण-पोषण के लिए एक बड़ी राहत बताया।

 

जिलाधिकारी ने आशा जताई कि नए लिपिक विभागीय कार्यों में दक्षता लाएंगे और ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार की यह पहल समाज में एक सकारात्मक संदेश देती है कि राज्य अपने कर्मियों और उनके परिवारों के प्रति संवेदनशील है।

 

इस कार्यक्रम ने न केवल नए नियुक्त कर्मियों में उत्साह का संचार किया, बल्कि उपस्थित लोगों को भी यह भरोसा दिलाया कि प्रशासनिक तंत्र जरूरतमंदों के साथ खड़ा है।

 

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