मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में जहरीली शराब से 6 लोगों की मौत के बाद बीजेपी ने ही नीतीश कुमार को कठघरे में खड़ा करना तेज कर दिया है। पहली दफे बीजेपी ने आधिकारिक बयान जारी किया है। कहा है-बिहार पुलिस की भूमिका संदेहास्पद है। इस मामले की निष्पक्ष जांच होनी जरूरी है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही बिहार के गृह मंत्री भी हैं और पुलिस उनके अधीन ही है।
बीजेपी ने फिर नीतीश को घेरा
बीजेपी के प्रदेश कार्यालय से नालंदा के जहरीली शराब कांड पर आधिकारिक बयान जारी किया गया है. बीजेपी के प्रदेश कार्यालय प्रभारी सुरेश रूंगटा की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि बिहार में हर साल जहरीली शराब से सैकडों मौत हो रही है औऱ इससे साफ हो रहा है कि पुलिस की भूमिका संदेहास्पद है। नीतीश कुमार बार-बार पुलिस को निर्दश दे रहे हैं लेकिन उनके गृह जिले में ही जहरीली शराब पीने से मौत हो गयी. ये दुखद ही नहीं बल्कि चिंताजनक भी है।
बिहार बीजेपी ने कहा है कि जहरीली शराब से मौत के हर मामले की गंभीरता से जांच होनी चाहिये औऱ इसमें शामिल सभी लोगों पर कडी कार्रवाई की जानी चाहिये. ताकि भविष्य में ऐसी घटना की पुनरावृति नहीं हो सके।
बीजेपी के इस आधिकारिक बयान ने साफ कर दिया है कि जेडीयू-भाजपा के बीच चल रहा खेल किस मोड़ पर जा रहा है. इससे पहले नालंदा जहरीली शराब कांड पर बीजेपी प्रवक्ता ने भी तीखा हमला बोला था. पार्टी प्रवक्ता प्रेमरंजन पटेल ने कहा था कि शराब को लेकर सरकार की कार्रवाई में गड़बड़ी है. पटेल ने कहा कि बिहार में जहरीली शराब की लगातार बिक्री हो रही है. बिहार में शराबबंदी है, इतना अभियान चलाया जा रहा है औऱ इसके बावजूद लगातार शराब की बिक्री हो रही है।
सिर्फ कमजोर लोगों पर कार्रवाई
बीजेपी प्रवक्ता ने कहा कि हम लोग बार बार कह रहे हैं कि शराबबंदी कानून की समीक्षा होनी चाहिये. गडबड़ी है इस कानून में. उसके कारण ही शराब की बिक्री हो रही है. शराब के नाम पर जिन लोगों को पकड़ा जा रहा है वो कौन लोग हैं. जो माफिया हैं, जो बेचने वाले हैं, जिनकी सांठगांठ से शराब की बिक्री हो रही है वैसे लोग पकड़े नहीं जा रहे हैं. सरकार हाथ पर हाथ रख कर केवल गरीब, कमजोर औऱ मजबूर लोगों पर कार्रवाई करती है.