भागलपुर जिले के सबौर थाना क्षेत्र में हुई लूटकांड की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है। राजपुर मुरहन रोड स्थित पुल पर 11 अप्रैल की रात करीब साढ़े नौ बजे नकाबपोश अपराधियों ने हथियार के बल पर एक बड़ी लूट की घटना को अंजाम दिया था। इस घटना के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। आमजन में भय का माहौल था और पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठने लगे थे।
घटना की गंभीरता को देखते हुए वरीय पुलिस अधीक्षक ने तुरंत विशेष दिशा-निर्देश जारी किए। पुलिस अधीक्षक (नगर) की निगरानी और पुलिस उपाधीक्षक (विधि व्यवस्था) श्री चन्द्र भूषण के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया। इस टीम को इस घटना के त्वरित और सटीक खुलासे की जिम्मेदारी दी गई।
गठित टीम ने तकनीकी साक्ष्यों, सीसीटीवी फुटेज और गुप्त सूचनाओं के आधार पर गहन छानबीन शुरू की। टीम की मेहनत रंग लाई और पुलिस ने कार्रवाई करते हुए इस लूटकांड में शामिल 6 अपराधकर्मियों को गिरफ्तार कर लिया। इसके अलावा घटना में संलिप्त दो विधि विरुद्ध बालकों को भी हिरासत में लेकर निरुद्ध किया गया है।
पुलिस ने बताया कि अपराधियों की गिरफ्तारी के बाद उनके पास से घटना में प्रयुक्त दो देशी कट्टा बरामद किए गए हैं। साथ ही पीड़ित से लूटा गया मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया गया है। प्रारंभिक पूछताछ में गिरफ्तार अपराधियों ने लूट की घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार की है।
प्रेस वार्ता के माध्यम से पुलिस उपाधीक्षक (विधि व्यवस्था) श्री चन्द्र भूषण ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह घटना पूरी तरह से पूर्व नियोजित थी। अपराधियों ने पहले से ही इलाके की रेकी की थी और पीड़ित के आने-जाने के समय को ट्रैक कर रहे थे।
अपराधियों ने पुल के सुनसान हिस्से को चुना, जहां कोई सीधा चश्मदीद नहीं था। उन्होंने हथियार का डर दिखाकर पीड़ित से मोबाइल और अन्य सामान लूट लिए और वहां से फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस ने तत्काल एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी थी।
श्री चन्द्र भूषण ने बताया कि लूटकांड में संलिप्त सभी आरोपी आपराधिक प्रवृत्ति के हैं और पूर्व में भी कई मामलों में इनका नाम सामने आ चुका है। हालांकि दो नाबालिग लड़कों की भूमिका होने से मामला और संवेदनशील हो गया है। पुलिस ने किशोर न्याय अधिनियम के तहत उन दोनों को निरुद्ध किया है और संबंधित न्यायालय में प्रस्तुत करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई से स्थानीय लोगों में राहत का माहौल है। आमजन ने पुलिस की तत्परता की सराहना की है और भरोसा जताया है कि भविष्य में भी इस प्रकार की घटनाओं पर पुलिस सतर्कता से कार्रवाई करेगी।
श्री चन्द्र भूषण ने कहा कि भागलपुर पुलिस अपराध और अपराधियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम कर रही है। उन्होंने आम नागरिकों से अपील की कि यदि उन्हें किसी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें, ताकि समय रहते कार्रवाई की जा सके।
इस पूरे घटनाक्रम ने यह साफ कर दिया है कि पुलिस यदि तत्परता और तकनीकी सहायता के साथ काम करे, तो अपराधियों की कोई भी योजना अधिक समय तक छिपी नहीं रह सकती।
अंत में, भागलपुर पुलिस ने यह स्पष्ट किया है कि जिले में कानून व्यवस्था बनाए रखने हेतु वह लगातार सतर्क है और अपराध के हर एक मामले में त्वरित और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
