सहरसा: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आगामी 3 नवंबर को सहरसा दौरे से पहले बिहार की सियासत गर्मा गई है। राजद के विधान परिषद सदस्य (MLC) **डॉ. अजय कुमार सिंह** ने प्रधानमंत्री मोदी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि “प्रधानमंत्री बिहार को सिर्फ 5 किलो मुफ्त राशन पर निर्भर रखना चाहते हैं, जबकि राज्य के औद्योगिक विकास, शिक्षा और रोजगार जैसे असली मुद्दों पर कभी बात नहीं करते।”
डॉ. सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री जब गुजरात की सभाओं में जाते हैं, तो वहां अपने राज्य की औद्योगिक प्रगति, निवेश और उच्च प्रति व्यक्ति आय का बखान करते हैं। लेकिन बिहार की बात आने पर केवल “मुफ्त अनाज” की चर्चा करते हैं। उन्होंने सवाल उठाया — “क्या बिहार के लोग हमेशा 5 किलो राशन पर ही जिएंगे? यहां उद्योग कहां हैं? रोजगार कहां हैं? पलायन कब रुकेगा?”
राजद नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री को सहरसा की सभा में बिहार में **नए उद्योग लगाने**, **शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने**, और **पलायन रोकने** पर बोलना चाहिए। उन्होंने कहा कि “छठ पर्व के अवसर पर ट्रेनों की संख्या बढ़ाकर केंद्र सरकार वाहवाही लूटना चाहती है, जबकि असल में यह पलायन की त्रासदी का प्रमाण है।”
डॉ. सिंह ने **नीति आयोग की रिपोर्ट** का हवाला देते हुए कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य के मामले में बिहार देश में सबसे पिछड़ा राज्य है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को अब बिहार की **अस्मिता और विकास** की दिशा में ठोस काम करना चाहिए, न कि केवल चुनावी मंच से जनता को गुमराह करना।
राजद एमएलसी ने दावा किया कि बिहार की जनता अब एनडीए की “जुमलेबाजी और खोखले वादों” को समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि इस बार जनता विकास, रोजगार और शिक्षा के मुद्दे पर वोट करेगी — न कि प्रचार और भाषणों के शोर पर।
