बिहार विधानसभा चुनाव के नामांकन के अंतिम दिन सासाराम से बड़ी राजनीतिक खबर सामने आई है। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सासाराम विधानसभा सीट से उम्मीदवार सत्येंद्र साह को नामांकन दाखिल करने के तुरंत बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। इस गिरफ्तारी से न केवल सासाराम बल्कि पूरे रोहतास जिले का सियासी माहौल अचानक गर्मा गया है।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार को सत्येंद्र साह ने सासाराम जिला मुख्यालय पहुंचकर विधिवत अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन प्रक्रिया पूरी करने के बाद जैसे ही वे बाहर निकले, वहां पहले से तैनात भारी पुलिस बल ने उन्हें हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी झारखंड के गढ़वा जिले के एक पुराने आपराधिक मामले में हुई है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, वर्ष 2004 में गढ़वा थाना क्षेत्र में डकैती के एक मामले में भारतीय दंड संहिता की धारा 395 और 397 के तहत उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में गढ़वा न्यायालय ने उनके खिलाफ स्थाई वारंट जारी किया था। इसी वारंट के आधार पर रोहतास जिले की करगहर थाना पुलिस ने नामांकन स्थल से ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
**राजद समर्थकों का विरोध:**
सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही राजद समर्थकों में भारी आक्रोश देखा गया। समर्थकों ने पुलिस प्रशासन और भाजपा पर मिलीभगत का आरोप लगाया। उनका कहना है कि यह कार्रवाई राजनीतिक साजिश का हिस्सा है, ताकि राजद के मजबूत उम्मीदवार को चुनावी मैदान से बाहर किया जा सके। समर्थकों ने सासाराम में प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की और इसे लोकतंत्र पर हमला बताया।
**सत्येंद्र साह का बयान:**
गिरफ्तारी से पहले मीडिया से बात करते हुए सत्येंद्र साह ने कहा, *“राजद ने मुझ पर भरोसा जताया है और सासाराम से उम्मीदवार बनाया है। विरोधियों की साजिश के तहत मुझे फंसाया जा रहा है। जनता का मुझ पर अटूट विश्वास है और आने वाले चुनाव में जनता इसका माकूल जवाब देगी।”*
**पुलिस की सफाई:**
रोहतास पुलिस के एसडीपीओ दिलीप कुमार ने बताया कि गिरफ्तारी कानून के तहत की गई है। उन्होंने कहा, *“सत्येंद्र साह के खिलाफ झारखंड के गढ़वा थाना कांड संख्या 320/2004 में आईपीसी की धारा 395 और 397 के तहत मामला दर्ज है। गढ़वा न्यायालय द्वारा स्थाई वारंट जारी होने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया है। अब उन्हें कोर्ट में पेश करने की प्रक्रिया चल रही है।”*
**राजद में मचा हड़कंप:**
इस गिरफ्तारी के बाद राजद संगठन में हलचल मच गई है। पार्टी ने हाल ही में सासाराम के वर्तमान विधायक राजेश गुप्ता का टिकट काटकर सत्येंद्र साह को प्रत्याशी बनाया था। अब उनके गिरफ्तार होते ही पार्टी के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। सूत्रों के अनुसार, राजद नेतृत्व अब सासाराम सीट से उम्मीदवार बदलने पर विचार कर रहा है।
**चुनावी असर:**
राजद प्रत्याशी की इस गिरफ्तारी ने सासाराम विधानसभा सीट पर राजनीतिक समीकरण बदल दिए हैं। जहां भाजपा और जदयू इस घटना को “कानूनी कार्रवाई” बता रहे हैं, वहीं राजद इसे “साजिश” करार दे रही है। स्थानीय राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस घटना का सीधा असर आगामी मतदान पर पड़ सकता है।
अब देखना यह होगा कि राजद नेतृत्व सत्येंद्र साह की गिरफ्तारी के बाद क्या कदम उठाता है और क्या पार्टी सासाराम से नया चेहरा मैदान में उतारती है। फिलहाल, इस गिरफ्तारी ने बिहार विधानसभा चुनाव के बीच सासाराम को सुर्खियों में ला दिया है।
