मधुबनी:
बिहार के मधुबनी जिले में राजद के झंझारपुर संगठन के जिलाध्यक्ष वीर बहादुर राय को फुलपरास थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, उनके खिलाफ न्यायालय से गैर-जमानती वारंट (NBW) जारी किया गया था। यह गिरफ्तारी एक दस वर्ष पुराने दुराचार मामले के आधार पर की गई है।
✅ दो अलग संगठन का गठन
राजद ने मधुबनी जिले में दो अलग संगठन—झंझारपुर और मधुबनी—का गठन किया है। झंझारपुर संगठन की जिम्मेदारी वीर बहादुर राय के पास थी। वे फुलपरास थाना क्षेत्र के जगतपुर गांव के निवासी हैं। पार्टी के इस पुनर्गठन का उद्देश्य स्थानीय स्तर पर संगठन को मजबूत करना बताया जा रहा है।
✅ 10 साल पुराना दुराचार मामला
करीब दस वर्ष पहले जगतपुर गांव की एक महिला ने वीर बहादुर राय सहित अन्य लोगों पर दुराचार का आरोप लगाया था। गंभीर धाराओं में दर्ज यह मामला वर्षों से न्यायालय में लंबित था। इसी के आधार पर अदालत ने गैर-जमानती वारंट जारी किया, जिसके बाद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
✅ गिरफ्तारी पर उठे राजनीतिक सवाल
गिरफ्तारी की खबर फैलते ही क्षेत्र में राजनीतिक माहौल गरमा गया। कुछ लोग इसे चुनावी माहौल में राजनीतिक उद्देश्य से की गई कार्रवाई बता रहे हैं, जबकि कुछ इसे कानूनन आवश्यक कदम मान रहे हैं।
विधानसभा चुनाव नजदीक होने के कारण यह कार्रवाई चर्चा का बड़ा कारण बन गई है।
✅ चुनावी कानून-व्यवस्था अभियान
चुनाव को लेकर मधुबनी पुलिस जिलेभर में छापेमारी अभियान चला रही है। पुलिस का कहना है कि पुराने मामलों का निपटारा और वारंटी अभियुक्तों की गिरफ्तारी चुनाव आयोग के निर्देशों के तहत की जा रही है।
✅ क्या कहती है पुलिस?
फुलपरास डीएसपी अमित कुमार ने बताया—
“यह मामला पुराना है और गंभीर धाराओं में लंबित था। न्यायालय के गैर-जमानती वारंट के आलोक में गिरफ्तारी की गई है। आरोपी किसी राजनीतिक दल से जुड़े हैं या नहीं, इसकी जानकारी हमारे पास नहीं है। कार्रवाई पूरी तरह न्यायिक आदेश पर आधारित है।”
✅ क्षेत्र में चर्चा तेज
RJD जिलाध्यक्ष की गिरफ्तारी ने स्थानीय राजनीति में हलचल बढ़ा दी है। पार्टी कार्यकर्ता व ग्रामीण लोग इस घटना को लेकर विभिन्न प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। आगे की न्यायिक कार्रवाई पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं।
