रंगरा प्रखंड के अंचलाधिकारी आशीष कुमार के विरुद्ध दिए गए आवेदन में अवैध संबंध बनाने के लिए अपने पत्नी को गायब करने के मामले में आवेदक ने बयान बदला है. उन्होंने कहा कि मुझे धोखे में रखकर आवेदन लिखा गया. आवेदक ने कहा कि मदरोनी गांव के मुखिया जी ने उन्हें झांसा देकर गलतफहमी में उनसे आवेदन पर अंगूठा लगवा लिया.

भागलपुर (नवगछिया): बिहार के भागलपुर रंगरा प्रखंड के अंचलाधिकारी आशीष कुमार के ऊपर महिला के साथ अवैध संबंध बनाने को लेकर उसे बाला फुसलाकर अपने घर में रखने का आरोप लगाया गया था. बता दें की 7 जुलाई को इसका आवेदन नवगछिया एसपी कार्यालय में दिया था जिसमें उन्होंने लिखा था कि बीते 1 तारीख से उसकी पत्नी घर से गायब है. जानकारी के हिसाब से उसकी पत्नी सीओ साहब के यहां है. आवेदक ने सीओ आशीष पर गलत आरोप लगाते हुए कहा कि उन्होंने मेरी पत्नी को अवैध संबंध बनाने के लिए अगवा कर अपने पूर्णिया आवास पर रखा हुआ है.

‘मैं पढ़ा लिखा नहीं हूं मुझे मदरोनी गांव के मुखिया जी ने आवेदन लिखवा कर अंगूठा का ठप्पा लगवा लिया था. मेरी पत्नी कहां और कैसी है दूसरे दिन पता चला. अब मैं सीओ साहब से माफी मांगने को भी तैयार हूं. मुझे सर से कोई गिला शिकवा नहीं है’ : आवेदक

आवेदक की बीवी की सफाई : वहीं इस मुद्दे पर जब आवेदन दिए जाने पर अंचला अधिकारी से बात की गई तो अंचलाधिकारी ने कहा कि मुझे इस आवेदन के बारे में कोई जानकारी नहीं है. इस बात की जानकारी लेने के लिए जब ईटीवी भारत की टीम आवेदक के घर पर पहुंची तो वह अपने बयान से सीधे मुकर गये. वहीं आवेदक की पत्नी ने बताया कि उसने पति के इलाज के लिए लोन ले रखा था. तीन किश्त डिफॉल्ट होने के बाद बैंक से फोन आने लगे. मैने इस बीच काम करने की ठानी. इसी क्रम में मैं सीओ साहब के घर में उनकी मां और पत्नी ने काम पर रख लिया. 4 दिन काम किया था कि हमारे रिश्तेदार का इंतकाल हो गया. मैं वहां से बिना बताए ही रिश्तेदार के घर चली आई. मेरी इन सब बातों की गवाह बड़ी बहू है.

‘मैंने अपने पति के इलाज के लिए एलएनटी बैंक प्राइवेट बैंक से लोन लिया हुआ था जिसकी तीन किश्त डिफॉल्ट हो जाने के कारण मुझे अब लोन वालों का कॉल आने लगा था. जिस कारण से ही मैंने नौकरी की तलाश की थी. वहीं ग्रामीणों ने ही बताया था कि वहां नौकरी की जगह है फिर मैं अपनी बहू के साथ बस स्टैंड गई. जहां से मैं बस पकड़कर पूर्णिया गई, वहां रिक्शा वाले की मदद से मैं सीओ साहब के घर पहुंची. वहां जहां उनकी पत्नी ने एवं उनकी मां ने मुझे अपने घर में रख लिया. मैंने अभी कुल 4 दिन ही काम किया था कि हमारे रिश्तेदार का इंतकाल हो गया. इसी बीच यह सारी घटना हुई. मैं बिना बताए अपने रिश्तेदार के यहां चली गई थी. मेरे इस सभी बातों की गवाह मेरी बड़ी बहू है’: आवेदक की पत्नी

‘मेरी सास जब काम करने गई थी पूर्णिया तो मैंने अपने ससुर को इसकी जानकारी नहीं दी थी. मैं खुद उसे बस स्टैंड तक छोड़ कर आई थी. इसकी जानकारी मैंने अपने पति को भी दी थी. मेरे ससुर से संबंध अच्छे नहीं है. हमेशा झगड़ा करते रहते हैं. इस कारण से मैंने अपने पति को सिर्फ इसकी जानकारी दी थी. अपने ससुर को जानकारी नहीं दी थी. मेरे ससुर ने आवेदन देते समय किसी को भी पूरे परिवार में नहीं बताया था कि सीओ साहब के खिलाफ वह इस तरह के आवेदन दे रहे हैं’: आवेदक की बड़ी बहू

इधर अपने ऊपर लगे आरोपों से अनजान अंचलाधिकारी ने कहा कि वो इस मामले की छानबीन कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि ऐसा अंदेशा है कि कुछ राजनीतिक जनप्रतिनिधि एवं कुछ यूट्यूब चैनल मेरी छवि को धूमिल करने की साजिश कर रहे हैं. इसकी जांच हो रही है. जांच के बाद विधि सम्मत कार्रवाई भी की जाएगी. मैं यूट्यूबर्स पर मानहानि का मुकदमा भी करूंगा.

‘इस आवेदन के संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है हालांकि सोशल मीडिया एवं कुछ छोटे-मोटे यूट्यूब चैनलों पर इस आवेदन के बारे में अफवाह फैलाई जा रही है. मैंने आवेदक से भी बात की है. आवेदक से बात करने पर उन्होंने कहा कि मुझे बरगलाया गया था. वहीं इस मुद्दे पर रंगरा प्रखंड के सीईओ ने कहा कि अभी हम इसकी जांच करवा रहे हैं. ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कुछ जनप्रतिनिधि की यह साजिश है. जिससे कि मेरी छवि धूमिल हो जाए उन्होंने अपनी व्यक्तिगत दुश्मनी के लिए मुझे टारगेट किया है. कुछ यूट्यूब पर भी इस मसले में शामिल है. रिपोर्ट आने पर मैं इसकी विधि सम्मत कार्रवाई करूंगा. FIR भी करवाऊंगा’: आशीष कुमार, सीओ, रंगरा प्रखंड

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