भागलपुर। अध्यापक शिक्षक महाविद्यालय, घंटाघर स्थित CTE भागलपुर में 3 से 5 तक आयोजित पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सफलतापूर्वक संपन्न हो गया। इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिले के विभिन्न विद्यालयों से आए शिक्षकों ने भाग लिया और शिक्षण के आधुनिक व व्यवहारिक पहलुओं से अवगत हुए।
प्रशिक्षण के समापन अवसर पर प्रशिक्षण प्रभारी प्रो. आनंद, प्रशिक्षण एडमिन मनीष कुमार, वरिष्ठ प्रशिक्षक श्री आलोक मणि सहित अन्य प्रशिक्षकगणों द्वारा प्रतिभागी शिक्षकों को प्रमाणपत्र प्रदान किए गए। इस अवसर को और भी खास बनाते हुए डॉ. सुमन सोनी ने अपनी स्वरचित पुस्तक “भाव सुमन के” प्रशिक्षण प्रभारी को उपहार स्वरूप भेंट की, जिसे सभी ने सराहा।

पांच दिवसीय इस आवासीय प्रशिक्षण में शिक्षकों को विद्यालयी वातावरण में बच्चों के साथ बेहतर तालमेल स्थापित करने, सकारात्मक संवाद विकसित करने और भयमुक्त शिक्षा का माहौल बनाने पर विशेष रूप से प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षकों ने बताया कि यदि शिक्षक बच्चों के साथ मित्रवत व्यवहार रखते हैं तो बच्चे बिना डरे, सहमे और दबाव के हंसते-खेलते शिक्षा ग्रहण कर पाते हैं। प्रशिक्षण के दौरान कक्षा प्रबंधन, बाल मनोविज्ञान, शिक्षण में नवाचार, नैतिक मूल्यों के विकास और व्यवहारिक शिक्षण पद्धतियों पर भी विस्तार से चर्चा की गई।
प्रशिक्षण में शामिल शिक्षकों ने बताया कि यह कार्यक्रम न केवल ज्ञानवर्धक रहा बल्कि अत्यंत आनंददायक भी रहा। हर सत्र में उदाहरणों और गतिविधियों के माध्यम से शिक्षण को सरल और प्रभावी बनाने के तरीकों को समझाया गया। इससे शिक्षकों को अपने विद्यालयों में बेहतर शैक्षणिक वातावरण बनाने में सहायता मिलेगी।
कार्यक्रम के समापन पर बिहारी कन्या मध्य विद्यालय, मिरजान हाट नगर निगम, भागलपुर की प्रभारी प्रधानाध्यापिका डॉ. सुमन सोनी ने CTE भागलपुर के सभी प्रशिक्षकगणों, तकनीकी एवं गैर-तकनीकी कर्मियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण व्यवस्था से जुड़े सभी बंधु-बांधवों का सकारात्मक सहयोग इस कार्यक्रम की सफलता का मुख्य आधार रहा।
उन्होंने सभी प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों को पुनः धन्यवाद देते हुए भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं और उम्मीद जताई कि इस प्रशिक्षण से प्राप्त अनुभव का लाभ बच्चों की शिक्षा और उनके सर्वांगीण विकास में अवश्य मिलेगा।
