एक फरवरी 2022 कल वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किये गए बजट में अगले 3 वर्षो में 400 नयी वंदे भारत ट्रेनों का विकास व निर्माण करने की घोषणा की गयी है। हालांकि इसका लाभ पटना को मिलने की उम्मीद है। इससे यात्रियों को बेहतर सुविधा मिल सकेगी। बजट में पिछले वर्ष के मुकाबले मेट्रो परियोजनाओं के लिए अधिक राशि आवंटन होने से पटना मेट्रो निर्माण कार्य को भी गति तेज होने की उम्मीद है।

75वां स्वतंत्रता दिवस समारोह के अवसर पर पीएम मोदी ने वंदे भारत ट्रेन परिचालन की घोषणा की थी। जीसके बाद रेलवे बोर्ड का लखनऊ-पटना के बीच वंदे भारत ट्रेन चलाने की प्लानिंग थी। लखनऊ से वाया गोरखपुर एवं पाटलिपुत्र जंक्शन होते हुए पटना तक चलेगी। नॉर्थ ईस्ट रूट पर वंदे भारत ट्रेन परिचालन की योजना है। बनारस, गया के रास्ते होते हुए हावड़ा तक चलने पर भी राज्य के लोगों को लाभ मिलेगा।

हालांकि रेलवे बोर्ड से इसका निर्णय लिया जायेगा। वंदे भारत ट्रेन की रफ्तार अधिकतम 160 किमी प्रति घंटे है। लेकिन फिलहाल कुछ रूटों पर 110 से 135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से आवागमन करती है। इसके मुताबिक इस रूट का ट्रैक दुरुस्त है। इस रूट पर ट्रेनों की गति फिलहाल130 किमी प्रति घंटे है। एल्युमिनियम से बनने के कारण 16 कोच वाली इस ट्रेन का वजन 50 टन हल्का होगा। बजट में स्टेशनों के विकास पर जोर दिया गया है। इसके तहत पूर्व मध्य रेल में 10 स्टेशनों को विश्व स्तर का बनाना है। इसमें गया, बेगूसराय, राजेंद्र नगर टर्मिनल, सहित अन्य स्टेशन भी शामिल है। अब इन स्टेशनों के विकास में रफ्तार आयेगी। इससे यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मिलेंगी।

बजट में पीएम गति शक्ति योजना में कार्गो टर्मिनल के निर्माण पर जोर दिया गया है। बिहार में कार्गो टर्मिनल बनाने की संभावना है, ताकि इसका फायदा किसानों एवं मध्यम उद्यमों को मिलेगा। रेलवे के आधिकारिक सूत्रों के अनुसार बबिहार में चल रहे प्रोजेक्ट के लिए राशि का प्रावधान होने से काम तेजी से होगा। डेडिकेटेड फ्रेड कॉरिडोर का काम भी रफ्तार से होगा।

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केंद्रीय बजट में पिछले वर्ष के मुकाबले मेट्रो परियोजनाओं के लिए अधिक राशि का आवंटन होने से पटना मेट्रो के निर्माण कार्य भी तेजी से होने की उम्मीद जगी है। जानकारी के अनुसार वर्ष 2022-23 में देश की सभी मेट्रो परियोजनाओं के लिए 19,130 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया है। जो पिछले वर्ष में यह 18,978 करोड़ की राशि थी। इस राशि में से पटना मेट्रो रेल परियोजना के लिए भी पर्याप्त राशि मिलनी है। ( किस आर्टिकल में चित्रों का प्रयोग सांकेतिक रूप से किया गया हैं।)

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