बिहार की आरा जेल में बंद डबल मर्डर के आरोपी ने बीमारी के बहाने खूब मौज काटी. जब उसकी करतूत उजागर हुई तो उसे दोबारा गिरफ्तार किया गया. दरअसल पुलिसकर्मियों से साठगांठ करके कैदी ने जिस तरीके से होटल में पार्टी दी वैसा नजारा सिर्फ फिल्मों में ही दिखता है.

भोजपुर: बिहार की आरा जेल से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे. दरअसल दोहरी हत्या के मामले में जेल में बंद एक कैदी जेल से निकलकर होटल पहुंचा. वहां जाकर उसने जोरदार तरीके से अपनी शादी की सालगिरह मनाई. होटल में पहुंचकर उसने एक भव्य पार्टी दी और केक काटकर लोगों को खिलाया. आप सोच रहे होंगे कि जेल में बंद कैदी होटल में पार्टी कैसे दे सकता है? लेकिन ये सब हुआ उसकी पुलिसिया साठगांठ से. उसने अपने सालगिरह की ऐसी तैयारी कि जेल प्रशासन भी बड़ी चूक कर गया.

जेल से होटल में पहुंचकर कैदी ने दी ग्रांड पार्टी: होटल में दी गई पार्टी में शामिल होने के लिए उसने अपनी बीमारी का बहाना बनाया. जेल से उसे हॉस्पिटल पहुंचाया गया. लेकिन यहीं उसकी सेटिंग पुलिसवालों से होती है. पुलिस वाले उसे कार से लेकर होटल पहुंचते हैं. उसके जश्न में बाधा बन रही थी कैदी वाली ड्रेस, तो उसके लिए भी उसने इंतजाम कर रखा था. कैदी ने कार में ही अपने कपड़े बदले. पार्टीवियर पहनकर उसने अपनी शादी की सालगिरह मनायी. जब इस मामले की भनक एसपी तक पहुंची तो वो तुरंत एक्शन में आए.

एसपी की सतर्कता से पकड़ाया खेल: एसपी ने चालाकी से दो थानों की पुलिस को अस्पताल में भेजा कि कैदी का इलाज हो रहा है या नहीं? आरा सदर अस्पताल में पहुंची पुलिस ने सभी वार्डों में कैदी की तलाशी ली. लेकिन जब कैदी नहीं मिला तो उन्होंने पुलिस अधीक्षक को रिपोर्ट किया. इधर जब कैदी अपनी मैरिज एनिवर्सरी मनाकर अस्पताल लौट रहा था तभी उसे पुलिस ने उसे दोबारा गिरफ्तार कर लिया. उसका साथ देने के आरोप में तीन पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया.

‘पब्लिक की सूचना पर ये कार्रवाई की गई है. स्वास्थ्य जांच के लिए वो अस्पताल गया था. इस दौरान वो होटल में शादी की सालगिरह पार्टी मनाने लगा. तीन थानों की पुलिस भेजकर इसे तस्दीक कराया. मामला सत्य पाया गया तो उसे दोबारा गिरफ्तार किया गया. डबल मर्डर के आरोपी विनोद सिंह के विरुद्ध एक कांड अलग से दर्ज किया गया है. इसमें तीन जवानों की संलिप्तता अभी आ रही है. पूछताछ की जा रही है. पहले हम अनुशासनिक कार्रवाई करेंगे. लेकिन अगर साजिश का एंगल मिला तो उसपर भी कार्रवाई होगी.’- संजय सिंह, पुलिस अधीक्षक

एक हफ्ते से इलाजरत है कैदी: मिली जानकारी के अनुसार कैदी कारीसाथ गांव निवासी शिवपूजन सिंह का बेटा विनोद सिंह (48 वर्ष) है. जिसको सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में इलाज के लिए जेल से बीते सप्ताह पहले लाया गया था. वो सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में था. लेकिन शनिवार की रात में वो सेटिंग कर अपना मैरेज एनिवर्सरी सेलिब्रेट करने के लिए एक निजी होटल में चला गया. जिसकी जानकारी भोजपुर पुलिस अधीक्षक संजय सिंह को मिली. उसके बाद उन्होंने रात में ही युवक की गिरफ्तारी के लिए नगर और नवादा थाना की पुलिस को अस्पताल के चारों ओर खड़ा कर दिया गया. उसके बाद दोनों थाना की पुलिस ने पार्टी करने गए बंदी की तलाश में लग गई. देर तक ढूंढने के बाद विचाराधीन कैदी को अस्पताल परिसर से गिरफ्तार किया गया.

फिल्मी स्टाइल में कैदी की करतूत उजागर: कैदी की शादी की सालगिरह पार्टी अब जिले में चर्चा का विषय बनी हुई है. अब तक इस तरह के कारनामें फिल्मों में ही नजर आते थे. इस वाकये ने ना सिर्फ जेल में व्याप्त भ्रष्टाचार को उजागर किया है. बल्कि सड़ चुके सिस्टम का भी पर्दाफाश किया है. जरा सोचिए, हत्या के आरोपी के साथ जेल में इतनी मुरव्वत मिलेगी तो ये जेल से बैठे बैठे क्या कुछ नहीं कर सकते? फिलहाल पुलिस कप्तान की सतर्कता से आरोपी को दोबारा दबोचा गया है और आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है.

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