प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से देशभर के 103 अमृत रेलवे स्टेशनों का उद्घाटन किया। यह ऐतिहासिक अवसर राजस्थान के बीकानेर से हुआ, जहां प्रधानमंत्री ने ‘अमृत भारत स्टेशन योजना’ के तहत विकसित किए गए इन स्टेशनों को राष्ट्र को समर्पित किया। इस योजना के तहत देश के विभिन्न हिस्सों में फैले रेलवे स्टेशनों को आधुनिक स्वरूप में विकसित किया जा रहा है। इन सभी स्टेशनों के विकास पर कुल 1,100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आई है।
ये 103 स्टेशन देश के 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 86 जिलों में फैले हुए हैं। इनका उद्देश्य यात्रियों को आधुनिक, सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा अनुभव प्रदान करना है। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कहा, “अमृत रेलवे स्टेशन नए भारत की पहचान हैं। ये न केवल यात्रियों के लिए सुविधाएं लेकर आएंगे, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बल देंगे।”
बिहार के भागलपुर जिले के पीरपैंती रेलवे स्टेशन का भी इस लिस्ट में नाम शामिल है, जिसे 18.93 करोड़ रुपये की लागत से अत्याधुनिक सुविधाओं से सजाया गया है। यह स्टेशन अब न केवल एक यात्री सुविधा केंद्र है, बल्कि स्थानीय पहचान और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक भी बन गया है।
पीरपैंती स्टेशन का कायाकल्प करते हुए वहां यात्रियों के लिए कई अत्याधुनिक सुविधाएं जोड़ी गई हैं। इनमें आधुनिक प्रतीक्षालय, महिला विश्राम कक्ष, कार्यकारी लाउंज, आकर्षक प्रवेश द्वार और विशाल फुट ओवर ब्रिज शामिल हैं। साथ ही डिजिटल सुविधाओं का विशेष ध्यान रखा गया है—इनडोर और आउटडोर डिजिटल स्क्रीन, साइनेज सिस्टम और दिव्यांगजनों के लिए विशेष व्यवस्था भी की गई है ताकि हर यात्री को समान और सुविधाजनक अनुभव मिल सके।
इस स्टेशन के डिज़ाइन को स्थानीय कला और ऐतिहासिक विरासत से प्रेरित किया गया है। स्टेशन की दीवारों और प्रवेश द्वार पर भागलपुर की ऐतिहासिक झलक दिखती है, जिससे न केवल यात्रियों को सौंदर्यबोध का अनुभव होता है, बल्कि यह स्टेशन स्थानीय संस्कृति से भी जोड़ता है। इस डिज़ाइन से यह स्टेशन एक अनोखी पहचान बना रहा है।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि ये रेलवे स्टेशन न केवल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास का हिस्सा हैं, बल्कि यह देश की बदलती सोच और विकास की रफ्तार को भी दर्शाते हैं। उन्होंने कहा कि अब रेलवे स्टेशन सिर्फ ट्रेन पकड़ने की जगह नहीं रहे, बल्कि ये अब व्यापार, पर्यटन और स्थानीय सांस्कृतिक केंद्र के रूप में भी विकसित हो रहे हैं।
स्थानीय लोगों के बीच इस अवसर पर विशेष उत्साह देखने को मिला। पीरपैंती में उद्घाटन के बाद लोगों ने स्टेशन पर पहुंचकर नई सुविधाओं का अनुभव किया और सरकार के इस कदम की सराहना की। कई लोगों ने कहा कि अब उन्हें बेहतर और सुरक्षित माहौल में यात्रा करने का अवसर मिलेगा। व्यापारियों और स्थानीय युवाओं ने भी उम्मीद जताई कि इससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे।
रेल मंत्रालय के अनुसार, अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत अगले कुछ वर्षों में और भी कई स्टेशनों का विकास किया जाएगा। इस योजना का उद्देश्य है कि हर स्टेशन एक ‘मल्टी-मॉडल ट्रांजिट हब’ बने, जहां यात्रियों को रेल के साथ-साथ अन्य यातायात साधनों से जोड़ने की सुविधा मिले।
इस योजना से भारतीय रेलवे की छवि में भी बदलाव देखने को मिलेगा। अब स्टेशन केवल भीड़भाड़ वाले स्थान नहीं होंगे, बल्कि ये तकनीक और परंपरा का मिलाजुला रूप बनकर यात्रियों को एक नया अनुभव प्रदान करेंगे।
इस प्रकार, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा उद्घाटित यह 103 अमृत रेलवे स्टेशन न केवल भारत की रेल व्यवस्था को मजबूती प्रदान करेंगे, बल्कि यह देश के आर्थिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे। पीरपैंती स्टेशन का विकास इसका उत्कृष्ट उदाहरण बनकर उभरा है, जो आने वाले समय में एक प्रेरणादायक मॉडल के रूप में कार्य करेगा।
