बिहार सरकार द्वारा लागू पूर्ण शराबबंदी कानून के तहत पुलिस लगातार सख्ती बरत रही है। हाल ही में तीन अलग-अलग थाना क्षेत्रों में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुल नौ लोगों को शराब पीने व हंगामा करने के आरोप में गिरफ्तार किया है।
कदवा थाना की कार्रवाई
कदवा थाना क्षेत्र के गुरूस्थान कदवा में शराब के नशे में उत्पात मचा रहे पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपितों में मधेपुरा जिला के रतवारा थाना के गंगापुर पोड़ा गांव निवासी हिटलर कुमार, मनीष कुमार, फुलौत निवासी राजकुमार शर्मा, वहीं स्थानीय निवासी मुन्ना कुमार और सुबोध कुमार शामिल हैं। बताया गया कि ये सभी शराब पीकर सार्वजनिक स्थान पर हंगामा कर रहे थे। स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना कदवा पुलिस को दी, जिसके बाद पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और सभी आरोपितों को हिरासत में ले लिया। इन सभी की मेडिकल जांच कराई गई, जिसमें शराब पीने की पुष्टि हुई। इसके बाद पुलिस ने इन पर बिहार मद्य निषेध अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की है।
खरीक थाना की कार्रवाई
दूसरी ओर नवगछिया अनुमंडल के खरीक थाना क्षेत्र में भी शराब के नशे में दो युवकों को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तार युवकों की पहचान बिसपुरिया निवासी प्रिंस कुमार और राहुल कुमार के रूप में हुई है। पुलिस ने दोनों को संदिग्ध अवस्था में पकड़ा और मेडिकल जांच कराई, जिसमें उनके शराब पीने की पुष्टि हुई। इनके खिलाफ भी बिहार मद्य निषेध अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
झंडापुर में गिरफ्तारियां
तीसरी घटना बिहपुर प्रखंड के झंडापुर थाना क्षेत्र की है, जहाँ एनएच 31 स्थित एक पेट्रोल पंप के पास गुरुवार की रात पुलिस ने दो शराबियों को पकड़ा। गिरफ्तार लोगों में भ्रमरपुर गांव निवासी दौलत कुमार मंडल और सहोरी गांव के वार्ड नंबर तीन के मंगल कुमार मंडल शामिल हैं। दोनों को नशे की हालत में देखकर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया और शुक्रवार को मेडिकल परीक्षण के बाद कानूनी कार्रवाई की गई।
निष्कर्ष
इन घटनाओं से साफ है कि राज्य सरकार की शराबबंदी नीति को प्रभावी बनाने के लिए पुलिस लगातार प्रयासरत है। सार्वजनिक स्थानों पर शराब पीकर हंगामा करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। स्थानीय लोगों की सजगता और पुलिस की तत्परता से यह भी स्पष्ट होता है कि समाज में शराब के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूकता बढ़ी है। ऐसे अभियानों से कानून व्यवस्था बनाए रखने में मदद मिलती है और सामाजिक शांति सुनिश्चित होती है।