**भागलपुर (बिहार):** पुलिस को एक बड़ी सफलता उस समय हाथ लगी जब गुप्त सूचना के आधार पर भागलपुर जिले के सनहोला मोड़ स्थित चेक पोस्ट पर विदेशी शराब की बड़ी खेप को जब्त किया गया। यह कार्रवाई टाउन थाना क्षेत्र की गश्ती पुलिस ने की, जो लगातार अवैध तस्करी और आपराधिक गतिविधियों पर नजर रखे हुए है। सोमवार की देर रात यह छापेमारी की गई, जिसमें एक वाहन से 10 कार्टन विदेशी शराब बरामद की गई। इस बरामदगी ने स्थानीय पुलिस और आबकारी विभाग को सतर्क कर दिया है क्योंकि यह घटना इस बात का संकेत देती है कि इलाके में अवैध शराब तस्करी का नेटवर्क सक्रिय है।

पुलिस सूत्रों के अनुसार, वाहन देवघर से भागलपुर की ओर आ रहा था और सनहोला मोड़ पर जब पुलिस ने उसे रोका तो वाहन चालक घबरा गया। शक के आधार पर पुलिस ने जब वाहन की तलाशी ली तो उसमें रखे गए कार्टनों से कुल 612 बोतल विदेशी शराब मिली, जिसकी कुल मात्रा लगभग 216 लीटर थी। यह मात्रा बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून के तहत एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आती है।

वाहन के चालक की पहचान **मनोज कुमार अग्रवाल** के रूप में हुई है, जो **देवघर जिला** अंतर्गत **टाउन थाना क्षेत्र** के निवासी हैं। उसके पिता का नाम **दामोदर अग्रवाल** है। प्रारंभिक पूछताछ में मनोज कुमार अग्रवाल ने स्वीकार किया कि वह पहली बार शराब की खेप ला रहा था। उसने यह भी बताया कि उसे इस काम के लिए मोटी रकम देने का लालच दिया गया था और वह पैसों की जरूरत के चलते इस अवैध काम में शामिल हुआ।

**पुलिस ने तुरंत वाहन को जब्त कर लिया और मनोज कुमार अग्रवाल को गिरफ्तार कर लिया।** गिरफ्तार आरोपी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उसके खिलाफ आबकारी अधिनियम की धाराओं के तहत प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि क्या मनोज किसी बड़े शराब माफिया गिरोह का हिस्सा है या फिर उसे किसी ने एक बार की डिलीवरी के लिए इस्तेमाल किया।

भागलपुर जिले के **एसएसपी** ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि “बिहार में पूर्ण शराबबंदी कानून लागू है और इसकी अवहेलना करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस लगातार सतर्क है और शराब तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इस बरामदगी से यह साफ होता है कि तस्कर नई-नई तरकीबों से शराब की आपूर्ति करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ने में पूरी तरह सक्षम है।”

**इस कार्रवाई के बाद स्थानीय प्रशासन ने चेक पोस्टों की निगरानी और सख्त कर दी है।** सनहोला मोड़, जो कि भागलपुर जिले का प्रमुख प्रवेश मार्ग है, वहां अब और भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है। इसके अलावा अन्य प्रमुख सीमावर्ती क्षेत्रों पर भी गश्ती और जांच अभियान तेज कर दिया गया है।

पुलिस का कहना है कि शराब की इस खेप की कीमत लाखों रुपये में है और यह किस्तों में बेचकर एक बड़ा मुनाफा कमाया जा सकता था। इससे यह भी संकेत मिलता है कि राज्य में अभी भी कई लोग शराबबंदी कानून की अनदेखी कर इसके अवैध व्यापार में शामिल हैं।

अधिकारियों ने यह भी कहा कि आगे की जांच के लिए मोबाइल कॉल डिटेल्स, बैंक लेन-देन और अन्य डिजिटल साक्ष्यों की भी जांच की जाएगी ताकि यह पता चल सके कि इस तस्करी के पीछे कौन-कौन लोग हैं और कहां-कहां से शराब मंगाई जा रही है।

स्थानीय लोगों ने इस कार्रवाई की सराहना की है और पुलिस को धन्यवाद दिया है कि उन्होंने समय रहते तस्करी को रोक दिया। नागरिकों का कहना है कि ऐसे मामलों में तेजी से कार्रवाई और दोषियों को सख्त सजा दिए जाने से ही राज्य में शराबबंदी कानून का सही से पालन संभव है।

**निष्कर्षतः,** यह घटना एक बार फिर यह साबित करती है कि बिहार सरकार की शराबबंदी नीति को लागू करने के लिए पुलिस को निरंतर सतर्क रहना पड़ता है। ऐसे तस्कर जो कानून को चुनौती देते हैं, उन्हें सख्ती से निपटने की जरूरत है। मनोज कुमार अग्रवाल की गिरफ्तारी से यह संदेश जाता है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है और तस्करी की किसी भी कोशिश को सफल नहीं होने दिया जाएगा।

पुलिस ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी प्रकार की अवैध गतिविधि की जानकारी मिले तो तुरंत पुलिस को सूचित करें ताकि समाज से ऐसे अपराधों का समूल नाश किया जा सके।

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *