आज पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात की 90वीं कड़ी को संबोधित किया. पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को आधे घंटे के इस रेडियो प्रोग्राम में देश के लोगों के साथ जुड़ते हैं.पीएम नरेंद्र मोदी आज अपने मन की बात कार्यक्रम की 90वीं कड़ी में देश की जनता के साथ जुड़े. उन्होंने रेडियो पर लोगों को संबोधित किया.
हर बार की तरह इस कड़ी का भी ऑल इंडिया रेडियो और दूरदर्शन के सभी केंद्रों से सीधा प्रसारण किया गया है. मन की बात कार्यक्रम की पहली कड़ी 3 अक्टूबर 2014 को प्रसारित की गई थी. पीएम मोदी हर महीने के आखिरी रविवार को आधे घंटे के इस रेडियो प्रोग्राम में देश के लोगों के साथ जुड़ते हैं.
इससे पहले 25 जून को पीएम मोदी ने मन की बात की इससे पहले की कड़ियों की प्रमुख बातों से जुड़ी एक ई-बुक भी साझा की थी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में आपातकाल को याद किया. बता दें कि पीएम मोदी इस वक्त जर्मनी में मौजूद हैं.
आइए जानते हैं मन की बात कार्यक्रम की खास बातें
अपने संबोधन की शुरुआत करते हुए पीएम मोदी ने कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार. ‘मन की बात’ के लिए मुझे आप सभी के बहुत सारे पत्र मिले हैं, social media और NaMo App पर भी बहुत से संदेश मिले हैं, मैं इसके लिए आपका बहुत आभारी हूं.”
- पीएम मोदी ने कहा कि आज की पीढ़ी के नौजवानों से, 24-25 साल के युवाओं से, एक सवाल पूछना चाहता हूं और सवाल बहुत गंभीर है. लेकिन मेरे नौजवान साथियों, हमारे देश में एक बार ऐसा हुआ था. ये बरसों पहले 1975 की बात है. जून का वही समय था जब ‘आपातकाल’ लागू किया गया था.
- पीएम मोदी ने कहा कि उस समय भारत के लोकतंत्र को कुचल देने का प्रयास किया गया था. देश की अदालतें, हर संवैधानिक संस्था, प्रेस, सब पर नियंत्रण लगा दिया गया था. Censorship की ये हालत थी कि बिना स्वीकृति कुछ भी छापा नहीं जा सकता था.
- पीएम मोदी ने कहा कि भारत के लोगों ने लोकतांत्रिक तरीके से ही ‘आपातकाल’ को हटाकर, वापस, लोकतंत्र की स्थापना की. तानाशाही की मानसिकता को, तानाशाही वृति-प्रवृत्ति को लोकतांत्रिक तरीके से पराजित करने का ऐसा उदाहरण पूरी दुनिया में मिलना मुश्किल है.
- पीएम मोदी ने कहा कि आज हमारा भारत जब इतने सारे क्षेत्रों में सफलता का आकाश छू रहा है, तो आकाश, या अंतरिक्ष, इससे अछूता कैसे रह सकता है. बीते कुछ समय में हमारे देश में Space Sector से जुड़े कई बड़े काम हुए हैं. देश की इन्हीं उपलब्धियों में से एक है In-Space नाम की Agency का निर्माण.
- पीएम मोदी ने कहा कि कुछ दिन पहले जब मैं In-Space के headquarter के लोकार्पण के लिए गया था, तो मैंने कई युवा Start-Ups के Ideas और उत्साह को देखा. आज से कुछ साल पहले तक हमारे देश में, Space Sector में, Start-Ups के बारे में, कोई सोचता तक नहीं था. आज इनकी संख्या 100 से भी ज्यादा है.
- पीएम मोदी ने कहा कि चेन्नई और हैदराबाद के दो Start-Ups हैं- अग्निकुल और स्काईरूट. ये Start-Ups ऐसे Launch Vehicle विकसित कर रही हैं जो अंतरिक्ष में छोटे payloads लेकर जाएंगे. इससे Space Launching की कीमत बहुत कम होने का अनुमान है.
- इसी तरह, बेंगलुरु के एक Space Start-Up Astrome की founder नेहा भी एक कमाल के idea पर काम कर रही हैं. ये Start-Up ऐसे Flat Antenna बना रहा है जो न केवल छोटे होंगे, बल्कि उनकी Cost भी काफी कम होगी. इस Technology की Demand पूरी दुनिया में हो सकती है.
- In-Space के कार्यक्रम में, मैं मेहसाणा की School Student बेटी तन्वी पटेल से भी मिला था. वो एक बहुत ही छोटे Satellite पर काम कर रही हैं, जो अगले कुछ महीनों में Space में Launch होने जा रहा है.
- बीते दिनों, हमारे ओलंपिक गोल्ड मेडल विजेता नीरज चोपड़ा फिर से सुर्ख़ियों में छाए रहे. Finland में नीरज ने Paavo Nurmi Games में सिल्वर जीता. यही नहीं, उन्होंने अपने ही Javelin Throw के Record को भी तोड़ दिया.
- मैं आज, भारत की सर्वाधिक प्रतिभाशाली क्रिकेटरों में से एक मिताली राज की भी चर्चा करना चाहूंगा. उन्होंने, इसी महीने क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की है, जिसने कई खेल प्रेमियों को भावुक कर दिया है. मैं, मिताली को उनके भविष्य के लिए ढेर सारी शुभकामनाएं देता हूं.
- हमें, कोरोना के खिलाफ सावधानी को भी ध्यान रखना है. हांलाकि, संतोष की बात है कि आज देश के पास वैक्सीन का व्यापक सुरक्षा कवच मौजूद है. हम 200 करोड़ वैक्सीन डोज़ के करीब पहुंच गए हैं. देश में तेजी से precaution dose भी लगाई जा रही है: पीएम
- मिज़ोरम की राजधानी आइजल…में एक नदी है ‘चिटे लुई’, जो गंदगी और कचरे के ढेर में बदल गई… नदी को बचाने के लिए काम कर रही संस्था ने इसी पॉलिथिन से सड़क बनाने का फैसला लिया, यानी, जो कचरा नदी से निकला, उससे मिज़ोरम के एक गांव में, राज्य की, पहली प्लास्टिक रोड बनाई गई: पीएम मोदी उदयपुर में सैकड़ों साल पुरानी एक बावड़ी है-‘सुल्तान की बावड़ी’. धीरे-धीरे ये जगह कूड़े–कचरे के ढेर में तब्दील हो गयी. कुछ युवाओं ने.. ‘सुल्तान से सुर-तान’ mission चलाकर ना सिर्फ सुल्तान की बावड़ी का कायाकल्प किया, बल्कि इसे संगीत के सुर और तान से भी जोड़ दिया: पीएम मोदी
- अभी कुछ ही दिनों में 1 जुलाई से भगवान जगन्नाथ की प्रसिद्ध यात्रा शुरू होने जा रही है. ओडिशा में, पुरी की यात्रा से तो हर देशवासी परिचित है. लोगों का प्रयास रहता है कि इस अवसर पर पुरी जाने का सौभाग्य मिले: पीएम
महाराष्ट्र में ….पंढरपुर की यात्रा में, कोई भी, न बड़ा होता है, न छोटा होता है. हर कोई वारकरी होता है, भगवान् विट्ठल का सेवक होता है. अभी 4 दिन बाद ही 30 जून से अमरनाथ यात्रा भी शुरू होने जा रही है: पीएम